Last Updated: Monday, November 5, 2012, 18:10

जम्मू : जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि वह सशस्त्र बलों को व्यापक अधिकार देने वाले कानून को चरणबद्ध तरीके से हटाना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं करेंगे।
उमर ने संवाददाताओं से कहा,‘सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) को हटाने की फिलहाल कोई समय सीमा नहीं है, लेकिन यह हटेगा और इस संदर्भ में कार्य प्रगति पर है।’
उमर, राज्य की जाड़े के दिनों की राजधानी में सरकारी कार्यालयों के औपचारिक शुरुआत के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
`दरबार प्रस्थान` जम्मू एवं कश्मीर में 100 वर्ष से भी अधिक पुरानी परम्परा है, जब सरकार का मुख्यालय जाड़े में जम्मू चला जाता है और गर्मी शुरू होने पर श्रीनगर। राज्य में इस परम्परा की शुरुआत 1870 के दशक में डोगरा शासकों ने की थी।
अब्दुल्ला ने पिछले वर्ष अक्टूबर में एएफएसपीए को हटाए जाने की एक नई उम्मीद जगाई थी, जब उन्होंने दावा किया था कि इसे राज्य के कुछ हिस्सों से अगले कुछ दिनों में हटा लिया जाएगा।
तभी से उन्हें इन सवालों का सामना करना पड़ रहा है कि उनके वे वादे आखिर कब पूरे होंगे। उमर ने सोमवार को कहा, ‘एएफएसपीए हटेगा। लेकिन कब, यह मैं नहीं कह सकता, फिलहाल इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।’
पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले अलगाववादी नेता सैयद सलाहुद्दीन द्वारा राज्य के सरपंचों को निशाना बनाने की धमकी के बारे में पूछे जाने पर उमर ने कहा कि सरकार इस धमकी से निपटने के उपाए करेगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 5, 2012, 18:10