एनडीए के सिकुड़ने से चिंतित हैं उद्धव ठाकरे

एनडीए के सिकुड़ने से चिंतित हैं उद्धव ठाकरे

एनडीए के सिकुड़ने से चिंतित हैं उद्धव ठाकरेमुंबई : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में टूट को लेकर चिंता जताई है। उद्धव की यह प्रतिक्रिया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राजग से जनता दल (युनाइटेड) के अलग होने के बाद आई है।

उद्धव ने शिवसेना के मुखपत्र `सामना` के सम्पादकीय में सोमवार को लिखा है कि भाजपा और जद (यू) के अलगाव से न केवल 17 साल पुराना व मजबूत गठबंधन टूट गया है, बल्कि इस अलगाव के बाद दोनों दलों के कार्यकर्ता भी एक-दूसरे से भिड़ गए। यह अच्छा नहीं है।

राजग में नए `मित्रों एवं घटकों` को जोड़ने की भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अपील पर उद्धव ने लिखा है कि मित्र पेड़ों पर नहीं फलते, बल्कि वर्षो के विश्वास से मित्रता प्रगाढ़ होती है। यह मौसमी फसल की तरह नहीं है, जिसे खाद व पानी से उगाया जाए और फिर इसका इस्तेमाल किया जाए। उद्धव ने कहा कि भाजपा को चुनाव के संदर्भ में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। यह स्पष्ट होना चाहिए कि इसके नए मित्र कौन हैं।

उन्होंने लिखा है कि कभी राजग के साथ 20-25 पार्टियां थीं और इसके नेताओं की बैठक के लिए आडवाणी का आवास छोटा पड़ता था, लेकिन आज राजग में केवल तीन पार्टियां- भाजपा, शिवसेना तथा अकाली दल रह गई हैं, जिनके नेताओं की बैठक एक मेज पर भी हो सकती है। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 24, 2013, 18:17

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