Last Updated: Wednesday, November 14, 2012, 11:12

औरैया : उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में आज तड़के दीपावली के पटाखों में हुए भीषण विस्फोट से गिरे तीन मकानों के मलबे में दब जाने से एक ही परिवार के सात सदस्यों समेत आठ लोगों की मृत्यु हो गई तथा आठ अन्य घायल हो गये। इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है।
पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि जिले के बेला थाना क्षेत्र के टिडुआ गांव में लाइसेंसधारी आतिशबाज मौजीलाल तथा उसके भाई रामनारायण के घर में दीपावली के मौके पर बेचने के लिये बड़ी संख्या में पटाखे रखे गये थे। उनमें आज तड़के भीषण विस्फोट हो गया।
उन्होंने बताया कि विस्फोट से मौजीलाल, रामनारायण और उनके चचेरे भाई रामअवतार के मकान ढह गये जिसके मलबे में दबकर नन्ही देवी (35), उजाला (10), अनामिका (आठ), नेहा (ढाई साल), नैनसी (छह), शिवम (आठ), गुड्डन (40) तथा खुशबू (30) की मौत हो गयी। मरने वालों में से सात लोग मौजीलाल के परिवार के हैं। शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है।
सिंह ने बताया कि हादसे में माया, वकील, विजय, रोहित, अरविंद, अंशु तथा निशा समेत आठ लोग जख्मी भी हुए हैं जिन्हें कानपुर के लक्ष्मी हास्पिटल तथा हैलट अस्पताल में भर्ती किया गया है।
उन्होंने बताया कि मौजीलाल और रामनारायण ने गलत तरीके से अपने घर में पटाखों जखीरा रखा हुआ था और जरा सी लापरवाही की उन्हें इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोट इतना जोरदार था कि पास-पड़ोस के कुछ अन्य मकानों की दीवारों में भी दरारें पड़ गयीं। धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गयी और मौके पर पहुंचे लोगों ने माजरा समझने के बाद पुलिस को सूचना दी और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मौजीलाल और रामनारायण अर्से से आतिशबाजी का कारोबार कर रहे थे लेकिन किसी को क्या मालूम था कि उनका यह व्यवसाय एक दिन उनके परिवार की मौत का सबब बन जाएगा।
पुलिस उपाधीक्षक सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौजीलाल तथा रामनारायण के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की गाज पुलिसकर्मियों पर भी गिरी है और हादसे के बाद याकूबपुर चौकी के प्रभारी उदल सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 13, 2012, 10:02