Last Updated: Saturday, June 15, 2013, 16:05

चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने शनिवार को कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि श्रीलंका की सेना को भारत में प्रशिक्षण दिए जाने का इसलिए विरोध नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वह अपनी बेटी कनिमोझी का राज्यसभा के लिए दोबारा निर्वाचन चाहते हैं।
कनिमोझी डीएमके के उन दो राज्यसभा सदस्यों में से एक हैं, जिनका कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। कनिमोझी सहित राज्यसभा के कुल छह सदस्यों का कार्यकाल अगले माह समाप्त हो रहा है। जयललिता ने कहा, `केंद्र सरकार से बाहर हाने के बावजूद करुणानिधि केंद्र सरकार का विरोध नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी बेटी को दोबारा राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित करने के लिए कांग्रेस के पांच विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है।`
जयललिता ने करुणानिधि पर कावेरी जल को लेकर भी तमिलनाडु के हितों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में केवल उनकी सरकार की कोशिशों के कारण ही कावेरी जल विवाद ट्रिब्यूनल का अंतिम निर्णय आधिकारिक गजट में अधिसूचित किया गया। करुणानिधि ने इसके लिए कुछ नहीं किया, जबकि राज्य में पूर्व में उनकी सरकार थी और केंद्र में भी वह भागीदार थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 15, 2013, 16:05