Last Updated: Wednesday, September 12, 2012, 16:05

चेन्नई: कुडनकुलम में परमाणु विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस बल के इस्तेमाल को लेकर द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने मुख्यमंत्री जयललिता की निन्दा की और कहा कि कोई सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने के लिए केंद्र एवं राज्य को प्रदर्शनकारियों के नेताओं से तत्काल वार्ता करनी चाहिए ।
वर्तमान स्थिति के लिए जयललिता की निन्दा करते हुए करुणानिधि ने कहा कि अन्नाद्रमुक सरकार ने शुरू में प्रदर्शनकारियों को ‘‘प्रोत्साहित’’ किया, लेकिन अब उनके दमन की कोशिश कर रही है ।
कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र के विरोध में प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद करुणानिधि ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों से जयललिता का वार्ता से इनकार एक ‘‘अक्षम्य’’ गलती है । केंद्र एवं राज्य सरकार को उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित करना चाहिए ।
केंद्र में संप्रग की सहयोगी द्रमुक के प्रमुख ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बीएस ज्ञानादेसिकन की इस टिप्पणी की आलोचना की कि लोगों को परियोजना की सुरक्षा के सिलसिले में प्रदर्शनकारियों के दुष्प्रचार के झांसे में नहीं आना चाहिए ।
करुणानिधि ने कहा, ‘‘ये लोग ही हैं जिन्होंने उदयकुमार को समर्पण करने से रोक दिया । क्योंकि आंदोलन इसके नेताओं के हाथों से निकल गया है और लोगों के नियंत्रण में आ गया है, इसलिए कांग्रेस नेताओं को केंद्रीय नेताओं पर दबाव डालना चाहिए कि वे प्रदर्शनकारियों से बातचीत करें ।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 12, 2012, 16:05