Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 08:42

बेंगलुरु : कर्नाटक में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आधे से अधिक विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के समर्थन में मंगलवार से शुरू विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। यह बहिष्कार येदियुरप्पा के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिन्हें सात मार्च को हाईकोर्ट ने खनन से जुड़े ममाले में आरोप मुक्त कर दिया था। इसके बाद से येदियुरप्पा खुद को राज्य का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।
उनका दावा है कि 225 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के कुल 120 विधायक हैं, जिसमें से 70 उनके समर्थन में हैं। उन्होंने अपने उत्तराधिकारी डीवी सदानंद गौड़ा को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को मंगलवार शाम तक का समय दिया है। गौड़ा को बुधवार को राज्य का बजट पेश करना है। जल संसाधन मंत्री बासवाराज बोम्मई ने बेंगलुरु के बाहर एक रिसॉर्ट में कहा कि येदियुरप्पा का समर्थन कर रहे कुछ ही विधायक व मंत्री 10 दिवसीय बजट सत्र में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेता येदियुरप्पा की मांग पर उनके संपर्क में हैं। येदियुरप्पा और उनके समर्थक विधायक नेतृत्व पर दबाव बनाने के लिए रविवार रात से यहां एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। पार्टी में येदियुरप्पा धड़े के एक सूत्र ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्र की बैठक में शामिल होने के लिए कई शर्तें रखी हैं। इसमें नए नेता के चुनाव के लिए विधायक दल की बैठक की तारीख की घोषणा करने और बैठक की तारीख से एक दिन पहले गौड़ा के इस्तीफा देने की मांग शामिल है।
वैसे मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और उच्च शिक्षा मंत्री वीएस अचार्या को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 20, 2012, 14:12