Last Updated: Tuesday, September 20, 2011, 06:44
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो.बेंगलूरू. कर्नाटक के नवनियुक्त लोकायुक्त शिवराज वीरुपन्ना पाटील विवादों में आने के बाद सोमवार को इस्तीफा दे दिया. कुछ महीने पहले ही पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े की जगह वो नियुक्त हुए थे.
शिवराज वीरुपन्ना पाटील
उन पर अपनी पत्नी अन्नपूर्णा और अपने नाम रिहायशी आवासीय प्लांट के आवंटन में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा था. हालांकि उन्होंने सभी आरोपों से इंकार करते हुए उनको बदनाम करने का तरीका बताया.
मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा से चर्चा करने के बाद पाटील ने राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को इस्तीफा सौंप दिया. पाटील रविवार को ही उत्तरी कर्नाटक के जिलों के दौरे से लौटे हैं. इस्तीफे के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों के जवाब दिए.
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास जो भी भूखंड या प्रॉपर्टी है, वह कानूनी तौर पर लिया गया है. पत्नी के नाम पर लिए गए व्यालिकवल हाउसिंग सोसायटी के प्लाट को वे 14 सितंबर को सरेंडर कर चुकी हैं. इसके बाद भी उनके खिलाफ आरोप लगाने का अभियान नहीं थमा. इसके चलते उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया.
सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश पाटील ने तीन अगस्त, 2011 को कर्नाटक लोकायुक्त का पदभार संभाला था.
First Published: Tuesday, September 20, 2011, 12:17