Last Updated: Tuesday, February 14, 2012, 13:18
बेंगलूरू : कर्नाटक में लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर सरकार ने मंगलवार को सलाह-मशविरा की प्रक्रिया शुरू कर दी। मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चिट्ठी आज ही चली जाएगी। जवाब मिलते ही निर्णय कर लिया जाएगा कि क्या करने की जरूरत है। वह विधानसभा और विधान परिषद् में विपक्ष के नेता, दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों और कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजे जाने वाली चिट्ठी का जिक्र कर रहे थे। लोकायुक्त का पद कर्नाटक में पिछले पांच महीने से खाली पड़ा हुआ है।
पद ग्रहण के छह हफ्ते के अंदर सितंबर में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी. शिवराज पाटिल के पद छोड़ने के बाद सरकार ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एसआर बानूरमथ के नाम का प्रस्ताव भेजा, लेकिन राज्यपाल ने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया। इसके बाद न्यायमूर्ति बानूरमथ ने भी खुद को दौड़ से बाहर कर लिया। पाटिल और बानूरमथ पर आरोप है कि नियमों का उल्लंघन कर उन्हें भूमि आवंटित की गई जबकि राज्यपाल ने संकेत दिया कि बानूरमथ के मामले में यह एकमात्र कारण नहीं है। गौड़ा ने कहा कि दस दिन के भीतर विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 14, 2012, 18:48