Last Updated: Tuesday, May 1, 2012, 03:51
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी रायपुर: छत्तीसगढ़ में 10 दिन से चल रहे बंधक संकट के जल्द ही खत्म होने की उम्मीद बढ़ गई है। सुकमा के जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन अपहरण मामले में सरकार और नक्सलियों के मध्यस्थों के बीच समझौता हो गया है। माना जा रहा है कि माओवादी मेनन को बुधवार यानी 2 अप्रैल शाम तक छोड़ सकते हैं।
सोमवार रात 9:00 बजे यहां सर्किट हाउस में समझौते की घोषणा की गई। इसमें आदिवासियों के मामलों के निरीक्षण के लिए समिति बनाने की बात कही गई है। पांच पेज के इस समझौता पत्र को मीडिया के समक्ष पेश किया गया।
नक्सलियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल ने भी माओवादियों से अपील की कि वे 48 घंटे के भीतर जिलाधिकारी को रिहा कर दें। समझौते के बाद राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि मध्यस्थों के फैसले के अनुरूप ही नक्सली कदम उठाएंगे ताकि समस्याओं के निदान के लिए आगे भी बातचीत का रास्ता खुला रहे। सुकमा जिले के कलेक्टर मेनन का माओवादियों ने इस महीने की 21 तारीख को अपहरण कर लिया था तथा इस दौरान उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज राज्य सरकार और माओवादी मध्यस्थों के बीच हुए समझौते को ऐतिहासिक करार दिया जिसमें सुकमा जिले के जिलाधीश एलेक्स पॉल मेनन को 48 घंटे के भीतर सुरक्षित रिहा करने की बात कही गई है । उन्होंने कहा, ‘यह हमारे सभी चार मध्यस्थों के कठोर परिश्रम का नतीजा है।’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 1, 2012, 13:29