Last Updated: Saturday, August 17, 2013, 16:47
श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर और कई स्थानों पर शनिवार को अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कश्मीर घाटी में शनिवार को दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान तथा शैक्षिक संस्थान बंद हैं, लेकिन सड़कों पर सरकारी और निजी वाहनों का परिचालन जारी है।
सरकारी कार्यालयों, बैंकों और डाक घरों में भी सामान्य दिनों की तरह ही कामकाज हो रहा है। क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तैनाती की गई है। पुलिस ने कहा कि शहर में या दूसरे स्थानों पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। अन्य प्रमुख शहरों से प्राप्त खबरों में भी कहा गया है कि बंद का आंशिक असर जनजीवन पर पड़ा है।
अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने किश्तवाड़ में सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में और जम्मू क्षेत्र में ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) को खत्म करने की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया है। गिलानी ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि ग्राम रक्षा समितियां संघ परिवार के आतंकवादी संगठन हैं।
क्षेत्र में आतंकवादी घटनाओं से निबटने के लिए पुलिस ने ग्राम रक्षा समितियों का गठन किया था, जिसके अंतर्गत लोगों को आत्मरक्षा के लिए हथियार मुहैया कराए गए थे। अलगाववादी नेताओं ने वीडीसी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि किश्तवाड़ हिंसा के दौरान समिति के सदस्यों ने हथियारों का इस्तेमाल किया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 17, 2013, 16:47