कश्मीर में जनजीवन फिर पटरी पर लौटा

कश्मीर में जनजीवन फिर पटरी पर लौटा

श्रीनगर : पांच दिन के बंद, घाटी के कुछ हिस्सों में कफ्र्यू जारी रहने और संघषरें में लगभग 200 लोगों के घायल हो जाने के बाद कश्मीर में शनिवार को जनजीवन सामान्य होकर पटरी पर लौट आया।

कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में लगाये गये कफ्र्यू को अधिकारियों द्वारा हटाये जाने के बाद दुकान, कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान और बैंकों में आज काम काज शुरू हो गया। घाटी के सभी मार्गों पर सार्वजनिक परिवहन सामान्य रूप से शुरू हो गया है। अलगाववादियों के प्रदर्शन को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के तहत घाटी के अधिकांश हिस्सों में कफ्र्यू लगाया गया था।

संसद हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु और जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट का शव उनके परिवार वालों को वापस करने की मांग को लेकर अलगाववादी गुटों के एक संगठन मजलिस मशवरात :परामर्शदात्री समिति: ने आंदोलन की अगुवाई की थी। गुरु और भट को क्रमश: नौ फरवरी 2013 और 11 फरवरी 1984 को तिहाड़ जेल के अंदर फांसी पर लटका दिया गया था। मजलिस ने कहा कि शनिवार और रविवार को कोई बंद नहीं रखा जाएगा और उन्होंने लोगों से सामान्य जीवन जीने के लिए कहा है।

गुरु को फांसी पर लटकाए जाने के बाद कश्मीर के कई हिस्सों में छिटपुट घटनाओं का दौर जारी है। हैदराबाद में दो मार्च को कश्मीरी छात्र और मंगलवार को बारमुला में कथित तौर पर सेना की गोलीबारी में एक युवक की मौत के बाद स्थिति बिगड़ गई थी। (एजेंसी)

First Published: Saturday, March 9, 2013, 12:45

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