Last Updated: Saturday, September 21, 2013, 16:27
श्रीनगर : शोपियां में सीआरपीएफ की गोलीबारी में पांच लोगों के मारे जाने के विरोध में कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा बुलाई गई हड़ताल के कारण कश्मीर घाटी में आज सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। शोपियां में लगा कर्फ्यू लगातार नौंवें दिन भी जारी रहा। हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी द्वारा बुलाई गई हड़ताल में दुकानें, कार्यालय, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान और पेट्रोल पंप बंद रहे और सार्वजनिक वाहन सड़कों से गायब रहे। हालांकि निजी कारें, कैब और ऑटो रिक्शा शहर व अन्य जगहों पर चलते हुए दिखाई दिए।
पुलिस ने कहा कि शहर और बड़े नगरों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि गिलानी, हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक और जेकेएलएफ अध्यक्ष मोहम्मद यासिन मलिक समेत अधिकतर अलगाववादी नेताओं की नजरबंदी जारी रखी गई। इन अलगाववादी नेताओं की कल शोपियां में होने वाली प्रस्तावित रैली से पहले इन्हें नजरबंद कर दिया गया था।
शोपियां में हुई सीआरपीएफ की गोलीबारी में चार नागरिकों समेत पांच लोग मारे गए थे। सात सितंबर को सीआरपीएफ के गागरन स्थित शिविर पर हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में चार लोग मारे गए थे। एक अन्य व्यक्ति 11 सितंबर को उस समय गोलीबारी में मारा गया जब अर्धसन्य बलों ने प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़पों के बाद गोली चला दी थी। ये प्रदर्शनकारी शिविर को हटाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच शोपियां में नौंवे दिन लगातार कर्फ्यू जारी रहा। शोपियां में एक दिन पहले हुई मौत के बाद 12 सितंबर को कर्फ्य लगा दिया गया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, शोपियां शहर में अभी भी कर्फ्य लगा है। 7 सितंबर को सीआरपीएफ की गोलीबारी में चार लोगों के मारे जाने के बाद व्यापक स्तर पर हुई झड़पों के बाद शोपियां में सबसे पहले 8 सितंबर को शोपियां में कर्फ्यू लगा दिया गया था। 11 सितंबर को निषेधाज्ञा संबंधी आदेश हटा लिए गए थे लेकिन फिर से झड़पें और हत्याएं होने के बाद अगले ही दिन कर्फ्यू वापस लगा दिया गया। हालांकि शहर में गुरूवार को शाम चार बजे से कर्फ्यू में ढील दी गई थी लेकिन अलगाववादियों द्वारा बंद की अपील पर कल सुबह ऐहतिहाती तौर पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 21, 2013, 15:27