कांग्रेस ने मोदी को शीला के खिलाफ चुनाव लड़ने की दी चुनौती

कांग्रेस ने मोदी को शीला के खिलाफ चुनाव लड़ने की दी चुनौती

नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस ने रविवार को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर हमला बोलने के लिए नरेंद्र मोदी पर जवाबी हमला किया और उन्हें शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी। वहीं मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने खुद अपनी सरकार के विकास के एजेंडा का जिक्र करते हुए कहा कि उनका काम नगर में देखा जा सकता है।

पश्चिम विहार में एक रैली को संबोधित करते हुए शीला ने कहा कि उनकी सरकार शहर के समावेशी विकास के एजेंडा पर काम करते हुए सभी समुदायों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कठिन मेहनत कर रही है। शीला दीक्षित कैबिनेट में मंत्री राजकुमार चौहान ने शीला पर हमला बोलने के लिए मोदी की आलोचना की और उन्हें शीला दीक्षित के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ने की चुनौती दी। मोदी को विभाजनकारी बताते हुए चौहान ने आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री ने जापानी पार्क में रैली आयोजित करने के लिए दिल्ली भाजपा को आर्थिक मदद दी।

शीला दीक्षित की मौजूदगी में चौहान ने कहा, वह विभाजनकारी व्यक्ति हैं। अगर उन्हें साहस है तो उन्हें शीला दीक्षित के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए। उनकी राजनीति समाज को बांटने वाली है। ऐसे में दिल्ली की जनता ऐसी सांप्रदायिक राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मोदी को अपने राज्य में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का समय नहीं है।

शीला दीक्षित ने आरोप लगाया कि बिजली की दरों में तीस प्रतिशत की कटौती का वायदा कर विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘वे 10 घंटे की बिजली कटौती कर अपना वायदा पूरा कर सकते हैं जिससे आपके बिलों में 30 प्रतिशत की कमी हो जाएगी। सरकार 24 घंटे बिजली मुहैया करा रही है और विपक्ष 12 घंटे बिजली देने जा रहा है। शीला ने कहा, हम आम लोगों के लिए काम कर रहे हैं जबकि विपक्ष के पास आम लोगों के लिए कोई नीति और कार्यक्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अनधिकृत कालोनियों को नियमित किए जाने में बाधा डालना चाहता है। विपक्ष ने पांच साल के कार्यकाल में कालोनियों को नियमित करने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अंधेरा और जगमगाती दिल्ली के बीच कोई एक विकल्प लोगों को चुनना है। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 30, 2013, 09:38

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