Last Updated: Monday, August 12, 2013, 22:17

जम्मू/श्रीनगर : किश्तवाड़ में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे जम्मू कश्मीर के गृह राज्य मंत्री सज्जाद किचलू ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया जबकि चार कर्फ्यूग्रस्त जिलों में भड़की ताजा हिंसा में दो पुलिसकर्मियों सहित चार व्यक्ति घायल हो गए।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जिले में हुए संघर्ष की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उच्च न्यायालय के एक अवकाश प्राप्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में शुक्रवार को भड़की हिंसा की जांच की जाएगी। हिंसा में तीन व्यक्ति मारे गए जबकि 20 अन्य घायल हुए। किश्तवाड़ जिले के हिदयाल इलाके में आज उस समय फिर हिंसा भड़क उठी जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढने से रोक दिया और उन्हें तितर बितर करने के लिये लाठी चार्ज किया। प्रदर्शनकारियों में महिलायें शामिल थीं।
उमर ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा है कि मुझे सज्जाद किचलू का इस्तीफा मिला, जिन्होंने न्यायिक जांच के मद्देनजर उन्हें पदमुक्त करने का आग्रह किया है। इस्तीफा राज्यपाल एन एन वोहरा को भेज दिया गया है। बाद में एक सरकारी वक्तव्य में बताया गया कि राज्यपाल ने किचलू का इस्तीफा मंजूर कर लिया। किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से नेशनल कांफ्रेन्स के विधायक किचलू को इस वर्ष के प्रारंभ में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। किश्तवाड़ की हिंसा में उनकी कथित भूमिका की निष्पक्ष जांच कराये जाने तक भाजपा और कुछ कांग्रेस नेताओं ने उन्हें पद से हटाने की मांग की थी।
उधर, जम्मू जिले के छह क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है। यहां सेना को तैनात किया गया है। किश्तवाड़ की हिंसा के सिलसिले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधमपुर में कर्फ्यू में सुबह दो घंटे की ढील दी गई और इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। जम्मू क्षेत्र के विभागीय आयुक्त शांतमनु ने बताया कि जम्मू के कई जिलों में कर्फ्यू लागू है।
शुक्रवार से कर्फ्यूग्रस्त किश्तवाड़ में आज ताजा संघर्ष में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने उस युवक की गिरफ्तारी के विरोध में निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया, जिसे इस इलाके में शुक्रवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कफ्र्यू का उल्लंघन कर हिदयाल जा रहे प्रदर्शनकारियों को जब रोकने की कोशिश की तो हिंसा भडक उठी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। स्थिति पर नियंत्रण के लिए कथित रूप से हवा में गोलियां भी चलाई गईं।
पुलिस ने बताया कि इस बीच कल रात शालीमार इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने एक पुलिस वाहन पर हमला कर दिया और उसमें आग लगा दी। इस घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए। ये पुलिसकर्मी डोडा से किश्तवाड़ जा रहे थे। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है।
वहीं, मुख्यमंत्री उमर ने कहा कि किश्तवाड़ हिंसा की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उच्च न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश घटना की समयबद्ध जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की एक उच्च स्तरीय बैठक में इस आशय का निर्णय किया गया। किश्तवाड़ की हिंसा में तीन व्यक्तियों की मृत्यु हुई तथा 20 अन्य घायल हो गए। हिंसा में 68 दुकानें, सात होटल और 35 वाहन भी नष्ट हो गए। राज्य के प्रधान सचिव गृह सुरेश कुमार ने कहा कि किश्तवाड़ हिंसा के मामले में दस शरारती तत्वों को गिरफ्तार किया गया है और आगे प्रक्रिया जारी है।
उधर, किश्तवाड़ में सांप्रदायिक संघर्ष के मद्देनजर केंद्र ने जम्मू कश्मीर सरकार से कहा है कि राज्य के सभी हिस्सों में पर्याप्त बल तैनात करके शांति सुनिश्चित की जाए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को दिये परामर्श में कहा कि हिंसा राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है और सुनिश्चित होना चाहिए कि कहीं भी इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त बल तैनात होने चाहिए।
किश्तवाड़ में ताजा संघर्ष, दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग घायल
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सोमवार को ताजा संघर्ष में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने उस युवक की गिरफ्तारी के विरोध में निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया जिसे इस इलाके में शुक्रवार की सांप्रदायिक हिंसा में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन कर हिदयाल जा रहे प्रदर्शनकारियों को जब रोकने की कोशिश की तब फिर हिंसा होने लगी। आज कफ्र्यू का चौथा दिन था। प्रदर्शनकारियों ने जम्मू कश्मीर के गृह राज्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले स्थानीय विधायक सज्जाद अहमद किचलू को इलाके की अशांति के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने निर्दोष युवकों को निशाना बनाने के लिए पुलिस उपाधीक्षक की भी निंदा की।
संघर्ष में दो पुलिसकर्मी एवं दो अन्य घायल हुए। पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसूगैस के गोले दागे। उसने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कथित रूप से हवा में गोलियां भी चलाईं। इस संघर्ष में एएसपी कुलबीर सिंह और एक सेलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल जख्मी हो गए। किश्तवाड़ में शुक्रवार से ही कर्फ्यू है। शहर में सांप्रदायिक दंगे होने के बाद कर्फ्यू लगा दिया था। इस हिंसा में तीन व्यक्तियों की जान चली गई थी जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
पुलिस ने बताया कि इसी बीच कल रात शालीमार इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने एक पुलिस वाहन पर हमला कर दिया और उसमें आग लगा दी। इस घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए। ये पुलिसकर्मी डोडा से किश्तवाड़ जा आ रहे थे। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है।
First Published: Monday, August 12, 2013, 22:17