कुडनकुलम मुद्दे पर अच्युतानंदन की बढ़ीं मुश्किलें

कुडनकुलम मुद्दे पर अच्युतानंदन की बढ़ीं मुश्किलें

कुडनकुलम मुद्दे पर अच्युतानंदन की बढ़ीं मुश्किलेंतिरूवनंतपुरम : माकपा के वरिष्ठ नेता वी एस अच्युतानंदन को कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र के मुद्दे पर पार्टी के आधिकारिक रूख का उल्लंघन करने के लिए जहां आलाकमान की नाराजगी का सामना करना पड़ा वहीं महत्वपूर्ण मुद्दों पर अलग अलग राय खुल कर जाहिर करने के लिए माकपा की केरल इकाई भी उन्हें निशाना बना रही है।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि 88 वर्षीय अच्युतानंदन की कल संपन्न माकपा की राज्य समिति की बैठक में कड़ी आलोचना की गई। उन्होंने न केवल कुडनकुलम संयंत्र को बंद करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का समर्थन किया था बल्कि तमिलनाडु स्थित इस संयंत्र का दौरा करने की कोशिश भी की थी। समिति के ज्यादातर लोगों ने अच्युतानंदन के इस रूख को गलत ठहराया। पार्टी की राज्य इकाई के सचिव पिनयारी विजयन की तुलना 1964 में अविभाजित भाकपा का विभाजन कराने वाले एस ए डांगे से किए जाने को लेकर भी अच्युतानंदन की आलोचना हुई।

माकपा के संस्थापक नेताओं में से एक और पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंदन को डांगे संबंधी टिप्पणी और कुडनकुलम के मुद्दे पर पिछले तीन माह में पार्टी की केंद्रीय समिति दो बार फटकार लगा चुकी है। परमाणु उर्जा विरोधी अभियान चला रहे लोगों की कुडनकुलम संयंत्र को बंद करने की मांग से माकपा सहमत नहीं है। लेकिन अच्युतानंदन अक्सर खुल कर कहते हैं कि उनका दृढ़ तौर पर मानना है कि परमाणु उर्जा संयंत्र दुनिया में कहीं भी हों, वह खतरनाक हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, October 17, 2012, 12:18

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