Last Updated: Sunday, January 8, 2012, 06:23
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय उत्तर प्रदेश के पूर्व परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज कर सकता है । हाल में सीबीआई ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के लिए आवंटित कोष में कथित अनियमितताओं के लिए मामला दर्ज किया था ।
सूत्रों के अनुसार कुशवाहा और अन्य के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के तथ्यों को प्रवर्तन निदेशालय देखेगा और यदि उसे लगता है कि धन शोधन नियंत्रण अधिनियम तथा विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम का उल्लंघन हुआ है तो उनके खिलाफ इन कानूनों के तहत मामला दर्ज किया जाएगा ।
ईडी द्वारा दर्ज की जाने वाली प्राथमिकी को प्रवर्तन मामला प्रथम सूचना रिपोर्ट कहा जाता है । उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री द्वारा बख्रास्त किए जाने और भाजपा में शामिल किए जाने के बाद कुशवाहा पहले से ही विवादों का सामाना कर रहे हैं । सीबीआई ने मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया है ।
एजेंसी एनआरएचएम के तहत आवंटित करीब एक हजार करोड़ रुपये के केंद्रीय कोष के इस्तेमाल में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। सीबीआई ने चार जनवरी को कुशवाहा के आवास सहित लगभग 60 स्थानों पर छापे मारे थे ।
सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के 72 जिलों के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के कार्यान्वयन में लगभग 28 करोड़ रुपये के नुकसान के आरोप में दो जनवरी को कुशवाहा सहित कुछ सरकारी और निजी क्षेत्र के अधिकारियों के खिलाफ पांच मामले दर्ज किए थे । करोड़ों के घोटाले में कथित भूमिका के लिए कुशवाहा को मायावती ने बर्खास्त कर दिया था ।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एनआरएचएम कोष के तहत 2005-06 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश को लगभग एक हजार करोड़ रुपये दिए हैं ।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, January 8, 2012, 12:15