Last Updated: Wednesday, October 10, 2012, 21:46

चेन्नई : द्रमुक प्रमुख एम. करुणानिधि ने आज कहा कि एफडीआई के खिलाफ उनकी पार्टी का विरोध उसकी पुरानी नीति है और उन्होंने इन खबरों का खंडन किया कि इसका विरोध मंत्रिमंडल में स्थान पाने को लेकर है। वह इन खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिनमें दावा किया गया है कि द्रमुक रेलवे और ऊर्जा मंत्रालय पाने के लिए शरद पवार की राकांपा से प्रतिस्पर्धा कर रहा है।
करुणानिधि ने कहा, ‘उन्होंने यह बात तब से ही लिखनी शुरू कर दी जब ये मुद्दे थे भी नहीं। हमने मल्टीब्रांड रिटेल सेक्टर में एफडीआई का स्पष्ट तौर पर विरोध करने का निश्चय किया था।’ पार्टी के मुखपत्र में कई सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने हाल के अपने इस बयान को याद किया कि मंत्रिमंडल में द्रमुक के मौजूदा प्रतिनिधित्व के अलावा वह इस दिशा में अपनी पार्टी की संख्या नहीं बढ़ाने पर दृढ़ हैं।
उन्होंने कहा कि द्रमुक के 2006 के चुनावी घोषणा पत्र में खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के विरूद्ध पार्टी के विरोध का जिक्र किया गया है। उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री विधानसभा में इसका उल्लेख भी किया था। उन्होंने कहा, ‘हमारा यह नीतिगत रूख रहा है कि खुदरा कारोबार में एफडीआई नहीं होनी चाहिए।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 10, 2012, 21:46