Last Updated: Friday, January 18, 2013, 12:17
मुंबई : महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या मुम्बई पुलिस की पहल ‘मिशन मृत्युंजय’ को सरकार की अनुमति प्राप्त है।
अपराधों, खासकर महिलाओं के खिलाफ अपराधों का पता लगाने में पुलिस की मदद के लिए छात्रों को शामिल करने के लिए मुम्बई पुलिस ने इस तरह की पहल आरंभ की है। चव्हाण को लिखे पत्र में आयोग के प्रमुख मुनाफ हाकिम ने कहा कि उन्हें मुम्बई पुलिस की पहल के बारे में मीडिया में आई खबरों से पता लगा।
हाकिम ने पिछले हफ्ते यहां एक समारोह में मुम्बई पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह द्वारा शुरू किए गए ‘मिशन मृत्युंजय’ के बारे में छपी एक खबर का उल्लेख किया। उन्होंने एक रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि योजना आपराधिक और आतंकी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
हाकिम ने कहा कि योजना के तहत प्रत्येक कॉलेज में ‘मिशन मृत्यंजय क्लब’ स्थापित किया जाएगा। आयोग जानना चाहता है कि क्या सरकार ने ऐसी योजना शुरू करने को मंजूरी दी है। उन्होंने यह उल्लेख करते हुए पुलिस का हवाला दिया कि 1992 के दंगों के दौरान मुम्बई में हथियार एवं गोला बारूद चुंगी नाकों पर भ्रष्टाचार की वजह से पहुंचा था। हाकिम ने कहा कि आज भी भ्रष्टाचार के चलते फर्जी राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र और पैन कार्ड बनाए जा रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 18, 2013, 12:17