Last Updated: Wednesday, July 3, 2013, 10:48
दुमका (झारखंड) : पाकुड़ जिले के एसपी अमरजीत बलिहार सहित छह पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले हुए नक्सली हमले से हिली झारखंड पुलिस अपने खुफिया नेटवर्क की समीक्षा करेगी।
राज्य के गृह सचिव एनएन पांडेय से जब यह सवाल किया गया कि क्या खुफिया नाकामी की वजह से संथाल परगना क्षेत्र में यह हमला हुआ, इस पर उन्होंने कहा कि हम इसकी समीक्षा करेंगे और माओवादियों के खिलाफ विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। मारे गए एसपी बलिहार माओवादियों के खिलाफ अपने सख्त रवैये के लिए मशहूर थे और जब से उन्होंने पाकुड़ जिले में अपना पदभार संभाला था तब से माओवादियों के निशाने पर थे।
आज का हमला ऐसा था कि दुमका से दो वाहनों में पाकुड़ लौट रहे पुलिसकर्मी जवाबी हमला नहीं कर सके और हमलावर हथियार लेकर भाग गए। पांडेय दुमका पहुंचे और उस अस्पताल का दौरा किया जहां जख्मी हुए लोगों को भर्ती कराया गया। इस बीच, झारखंड के डीजीपी राजीव कुमार ने कहा है कि पुलिस काफिले पर माओवादी हमले की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। कुमार ने पत्रकारों से कहा कि यह अचानक हुआ हमला था। पहले से कोई रिपोर्ट नहीं मिली थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 3, 2013, 10:48