Last Updated: Monday, December 17, 2012, 21:05

नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के सहयोगी एवं सह आरोपी चनशिवरूप सिंह के पिता द्वारा लगाए गए प्रताड़ना के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया है।
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट डीके जंगाला ने शहर के उत्तरी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त को चनशिवरूप के पिता के आरोपों की जांच करने का आदेश दिया है। हरमिंदर सिंह का आरोप है कि पुलिस उन्हें कांडा के भाई और रिश्तेदारों से धमकी मिलने के बारे में एक शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर कर रही थी और इसके चलते वह कांडा से खतरा होने की शिकायत से जुड़े दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने को मजबूर हुए।
पुलिस ने कांडा के एमडीएलआर कंपनी के सहायक प्रबंधक चनशिवरूप सिंह को गिरफ्तार किया था। उन पर यह आरोप लगाया गया था कि वह वही व्यक्ति हैं जो दुबई गए थे जहां गीतिका अमीरात एयरलाइंस के लिए काम कर रही थी। उन्होंने इस एयरलाइंस के अधिकारियों को बताया कि गीतिका ने फर्जी और जाली दस्तावेजांे के जरिए इससे पहले एफडीएलआर में नौकरी पाई थी।
अभियोजन पक्ष ने भी आरोप लगाया था कि उसने ही गीतिका को दुबई में फर्जी ईमेल भेजकर दुबई में उसके खिलाफ प्रत्यर्पण कार्यवाही के बारे में सूचित किया ताकि उसे वापस एमडीएलआर में लाने के लिए दबाव डाला जा सके। चनशिवरूप को जमानत पर रिहा कर दिया गया था और उसके सरकारी गवाह बनने की इच्छा व्यक्त करने के बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष उसने गवाह के रूप में अपना बयान दर्ज था।
गौरतलब है कि अदालत ने 13 दिसंबर को चनशिवरूप के सरकारी गवाह बनाने की कवायद खत्म कर दी थी क्योंकि वह अदालत के समक्ष पेश होने में नाकाम रहा और पुलिस के मुताबिक वह अमेरिका भाग गया है। पुलिस ने कांडा और सह आरोपी अरूणा चड्ढा के खिलाफ छह अक्तूबर को दाखिल आरोप पत्र में कहा था कि वह एक पूरक आरोपपत्र दाखिल करेगी क्योंकि अभी भी दुबई में गीतिका को कथित प्रत्यर्पण कार्यवाही के बारे में फर्जी ई-मेल भेजने के मामले में चनशिवरूप की भूमिका का पता लगा रही है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 17, 2012, 21:05