Last Updated: Monday, September 10, 2012, 11:25
अहमदाबाद : निर्यात करने योग्य शुद्धता वाला नमक बनाने के लिए गुजरात में एक मॉडल सोलर साल्ट फार्म स्थापित किया जाएगा। यह फार्म ‘सेंट्रल साल्ट मरीन एंड कैमिकल रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ :सीएसएमसीआरआई: की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा।
सीएसएमसीआरआई के निदेशक डॉक्टर पुष्पितो घोष ने प्रेस ट्रस्ट को बताया, गुजरात सरकार के सहयोग से दस से बीस एकड़ भूमि पर एक मॉडल फार्म स्थापित किया जाएगा। इसके विज्ञान आधारित डिजाइन तथा अन्य पहलुओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा, 99 फीसदी से अधिक शुद्ध सोडियम क्लोराइड यानी नमक बनाने के लिए इस फार्म में हमारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट की गई प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।
घोष ने बताया कि यह किफायती फार्म मॉडल छोटे नमक उत्पादकों के लिए लाभकारी हो सकता है क्योंकि ऐसे उत्पादक अनुसंधान का बड़ा खर्च वहन नहीं कर सकते। इससे पता चलेगा कि पर्यावरण को क्षति पहुंचाए बिना अत्यधिक शुद्ध नमक कैसे तैयार किया जा सकता है।
मॉडल सोलर साल्ट फार्म की स्थापना के लिए प्रस्ताव गुजरात सरकार को भेजा जा चुका है। समझा जाता है कि अगले साल मार्च तक यह फार्म तैयार हो जाएगा। सीएसएमसीआरआई के वरिष्ठ मुख्य वैज्ञानिक डा वी पी मोहनदास ने बताया कि प्रभावी लवण प्रबंधन के बारे में उद्योग को बताना जरूरी है। साथ ही यह भी बताना होगा कि समुद्र और भूजल से निर्यात करने योग्य स्तरीय और शुद्ध नमक कैसे तैयार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित मॉडल फार्म यह आसानी से बता सकता है।
गुजरात में हर साल 1.5 करोड़ टन नमक का उत्पादन होता है। भारत के सर्वाधिक नमक उत्पादन वाले राज्यों में से एक गुजरात में देश के कुल नमक उत्पादन का 73 फीसदी नमक तैयार होता है। मोहनदास ने बताया कि फार्म में जिस प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा वह किफायती है और उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट हो चुका है।
उन्होंने बताया, हम चाहते हैं कि ऐसे मॉडल फार्मों में नमक उत्पादन के लिए एक प्रक्रिया तैयार करने की संभावना खोजी जाए क्योंकि श्रमिक समस्या इस उद्योग पर भी हावी हो गई है। उद्योग जगत के विशेषज्ञों का कहना है कि देश में हर साल करीब 21 मीट्रिक टन नमक का उत्पादन होता है। इसमें से करीब 60 फीसदी नमक औद्योगिक कार्यों में लग जाता है। कुल उत्पादित नमक का केवल दो से तीन फीसदी ही निर्यात किया जाता है। मोहनदास ने बताया अगर हमें जापान जैसे देशों को नमक निर्यात करना हो तो इसकी शुद्धता और गुणवत्ता उच्च मानकों वाली होनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 10, 2012, 11:18