Last Updated: Thursday, November 1, 2012, 20:55
पणजी : गोवा में अवैध खनन पर लोक लेखा समिति :पीएसी: की विवादास्पद रिपोर्ट को विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र अर्लेकर ने स्वीकार कर लिया है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं के नाम हैं । पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रताप सिंह राणे ने इस रिपोर्ट को अस्वीकार कर दिया था।
गोवा में चार हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में यह रिपोर्ट पीएसी ने विपक्ष के तत्कालीन नेता एवं वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के नेतृत्व में तैयार की थी। आर्लेकर ने आज बताया कि उन्होंने रिपोर्ट स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी और कार्रवाई के सिलसिले में फैसला सरकार पर निर्भर करता है।
गोवा में अवैध खनन को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक :कैग: के तथ्यों पर आधारित दस्तावेज की प्रमाणिकता पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रताप सिंह राणे ने संदेह जताया था और दावा किया था कि सदन में पेश किए जाने से पहले यह मीडिया को लीक कर दी गई। कांग्रेस और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के प्रति वफादारी रखने वाले पीएसी के चार सदस्यों ने दस्तावेज पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया था। रिपोर्ट केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा गठित न्यायमूर्ति एमबी शाह आयोग द्वारा अवैध खनन में जांच शुरू किए जाने से काफी पहले आई थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 1, 2012, 20:55