घायल युवक की मौत पर पुलिस ने खुद को दी क्लीनचिट

घायल युवक की मौत पर पुलिस ने खुद को दी क्लीनचिट

घायल युवक की मौत पर पुलिस ने खुद को दी क्लीनचिट इंदौर: चाकू के हमले में यहां बुरी तरह घायल युवक के पुलिस थाने में तड़पने के बाद इलाज में कथित देरी से दम तोड़ने के मामले में पुलिस महकमे ने लापरवाही और असंवेदनशीलता के संगीन आरोपों से घिरे अपने कारिंदों को ‘क्लीन चिट’ दे दी है।

राजेंद्र नगर क्षेत्र में रवि दांगी अपनी मुंहबोली बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने पर 21 अगस्त को चार बदमाशों के हमले का शिकार हुआ था। इसके बाद दांगी के परिजन ने आरोप लगाया था कि हमले में बुरी तरह घायल होने के बाद थाने ले जाये गये युवक को वक्त पर अस्पताल पहुंचाने के बजाय पुलिसकर्मी देर तक कागजी खानापूरी करते रहे, जिससे उसकी जान नहीं बचायी जा सकी।

बहरहाल, पुलिस का कहना है कि उसके कारिंदों पर लगे संगीन आरोपों की विभागीय जांच में तस्दीक नहीं हुई है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता द्वारा मामले का संज्ञान लिये जाने के बाद इस जांच का आदेश दिया गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ए साई मनोहर ने बताया, ‘मामले की जांच में यह आरोप बेबुनियाद साबित हुआ है कि घायल दांगी को वैधानिक प्रक्रियाओं के लिये असंवेदनशील तरीके से 30 से 40 मिनट तक राजेंद्र नगर थाना परिसर में रोके रखा गया।’ अन्नपूर्णा क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक की जांच रिपोर्ट के मुताबिक महाराजा यशवंतराव अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने से पहले पुलिस कर्मियों ने घायल युवक के उपचार की ‘तत्परता से’ व्यवस्था की।

पुलिस सूत्रों ने विभागीय जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया, ‘चाकू से हमले में घायल दांगी 21 अगस्त को वारदात के करीब पांच मिनट बाद दोपहर एक बजकर 20 मिनट के आस.पास राजेंद्र नगर पुलिस थाने पहुंचा था। इसके बाद उसे पुलिस थाना परिसर में आपातकालीन एम्बुलेंस में आवश्यक प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसमें लगभग पांच मिनट का वक्त लगा। इस दौरान घायल के मेडिकल फार्म लेखन का काम पूरा किया गया। उसे बगैर किसी देरी के जिला अस्पताल पहुंचाया गया।’ उन्होंने बताया, ‘जांच में साक्ष्यों के आधार पर पता चला कि जिला अस्पताल में घायल युवक के शुरूआती उपचार और संबंधित कानूनी औपचारिकताओं की प्रक्रिया दोपहर एक बजकर 43 मिनट से एक बजकर 50 मिनट के बीच पूरी कर ली गयी। इसके बाद घायल को उसकी गंभीर हालत के मद्देनजर एमवायएच ले जाया गया, जहां उसे दोपहर दो बजकर 12 मिनट पर भर्ती करा दिया गया। जिला अस्पताल से एमवायएच करीब छह किलोमीटर दूर है।’ सूत्रों के मुताबिक दांगी की एमवायएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी। हालांकि, पुलिस ने फिलहाल इस तथ्य को सार्वजनिक नहीं किया है कि उसने किस वक्त दम तोड़ा।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने युवक के हत्याकांड के दो फरार आरोपियों नरेंद्र सेन और संतोष सोलंकी को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले के मुख्य आरोपी संजू जर्मन और उसके साथी अरुण भील को पहले ही पकड़ा जा चुका है। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 24, 2012, 14:44

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