Last Updated: Thursday, March 21, 2013, 12:38

चेन्नई/नई दिल्ली : द्रमुक द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के दो दिन बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि के पुत्र एमके स्टालिन के आवास समेत 19 स्थानों पर छापेमारी की ।छापों के समय को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ गया है और यहां तक कि शीर्ष केंद्रीय मंत्रियों ने भी इस कार्रवाई को खारिज किया है ।
महंगी कारों के आयात पर कथित कर अपवंचना के मामले में चेन्नई स्थित स्टालिन के घर सहित तमिलनाडु में 19 जगहों पर छापे मारे गए ।
संप्रग में पी. चिदंबरम और कमलनाथ सहित कांग्रेस के मंत्रियों ने सीबीआई के छापों को मजबूती से खारिज किया, जबकि केंद्र ने यह कहते हुए दूरी बनाई कि उसे छापों के बारे में जानकारी नहीं थी ।
मंगलवार को संप्रग से अलग होने वाली तथा कल सरकार से अपने मंत्रियों को हटाने वाली द्रमुक ने छापों को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ की कार्रवाई बताया ।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं सीबीआई की कार्रवाई को पूरी तरह खारिज करता हूं। इससे गलतफहमी पैदा होगी ।’’ तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से लोकसभा सांसद चिदंबरम ने कहा कि आम तौर पर वह दूसरे विभाग के कामकाज पर टिप्पणी नहीं करते हैं, लेकिन इस मामले में उन्हें प्रतिक्रिया व्यक्त करनी पड़ी ।
वित्तमंत्री ने कहा, ‘‘जो भी कारण रहा हो, मुझे डर है, इससे गलतफहमी पैदा होगी ।’’ प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में राज्य मंत्री वी. नारायणसामी सीबीआई के प्रभारी मंत्री हैं । चिदंबरम ने कहा कि उन्हें छापों की जानकारी सुबह साढ़े आठ बजे मिली । (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 21, 2013, 08:44