Last Updated: Monday, July 9, 2012, 19:35
शांतिनिकेतन : पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय में एक छात्रा को विस्तर गीला करने करने पर दंडस्वरूप खुद का मूत्र पीने के लिए विवश करने की आरोपी वार्डन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे निलंबित कर दिया गया है।
शांतिनिकेतल में विश्वविद्यालय के कराबी बालिका छात्रावास की वार्डन उमा पोद्दार को गिरफ्तार किया गया है। बोलपुर की एक अदालत ने वार्डन को जमानत दे दी। लड़की के पिता मनोज मिस्त्री ने बोलपुर पुलिस थाने में कल देर रात शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उनकी बेटी को विश्व भारती विश्वविद्यालय के कराबी छात्रावास की महिला वार्डन ने पेशाब पीने पर मजबूर किया।
इस मामले में लड़की के अभिभावक मनोज और पूनम सिंह को भी संस्थान में घुसने और धमकाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उन्हें भी जमानत दे दी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने विश्वविद्यालस को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगने का फैसला किया है। विश्व भारती प्रशासन ने कल मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया।
बहरहाल, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग विश्वविद्यालय में एक लड़की को कथित तौर पर अपना मूत्र पीने के लिए विवश करने के मामले में राज्य सरकार से 10 दिनों के भीतर जांच करके रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 9, 2012, 19:35