Last Updated: Wednesday, May 16, 2012, 07:46
कोलकाता: आगामी 20 मई को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर एक साल पूरे करने जा रही तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनकी सरकार जंगलमहल इलाके में शांति कायम करने में सफल हुई है और इस साल अब तक उस इलाके से एक भी व्यक्ति के मरने की खबर नहीं है।
आंकडों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2010.11 में जब राज्य में वाममोर्चा सरकार सत्ता में थी तब जंगलमहल इलाके में 139 नागरिक और 35 सुरक्षा कर्मी मारे गये थे। जंगलमहल इलाका पश्चिम मिदनापुर, पुरूलिया और बांकुड़ा जिलों को लेकर बना है। उन्होंने कहा, ‘हम जंगलमहल में शांति कायम करने में सफल रहे हैं। हमारे सत्ता में आने के बाद केवल 12 नागरिक और दो सुरक्षा कर्मी मारे गये हैं जबकि इस साल अब तक एक भी व्यक्ति के मरने की सूचना नहीं है।’
नक्सलियों के शीर्ष नेता किशनजी की मृत्यु के बाद जागोरी बसकी और सुचित्रा महतो जैसे अन्य कई प्रमुख नक्सली नेताओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत तौर पर कई बार उन इलाकों का दौरा किया और वहां किसानों के लिये विकास योजनाओं की घोषणा की।
ममता ने कहा, ‘हम सभी आदिवासी परिवारों को बीपीएल के दायरे में लाये ताकि उन्हें दो रूपये किलो चावल की योजना का लाभ मिल सके जबकि 10,700 युवकों को पुलिस में भर्ती किया गया।’ सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन लौटाने के मामले में तृणमूल नेता ने कहा कि वादे के अनुसार ऐसा किया जायेगा लेकिन मामला अभी अदालत में है।
पार्टी ने वादा किया था कि जिन किसानों की जमीन उनसे जबरन ले ली गयी है, उन्हें उनकी जमीन वापस लौटा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे मंत्री रहने के दौरान उन्होंने बंगाल के लिये 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी थी और हुगली जिले के डानकुनी में डीजल और इलेक्ट्रिक इंजन के पुर्जे बनाने की परियोजना की दो तीन दिन में शुरूआत हो जायेगी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 16, 2012, 13:16