जंगलमहल में नेताओं पर हमला कर सकते हैं माओवादी

जंगलमहल में नेताओं पर हमला कर सकते हैं माओवादी

कोलकाता: खुफिया सूत्रों ने संकेत दिया है कि पश्चिम बंगाल में माओवाद प्रभावित जंगलमहल में पंचायत चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राजनीतिक नेताओं पर छत्तीसगढ के जैसा ही हमला होने की ‘प्रबल संभावना’ है।

वर्ष 2011 में संयुक्त बलों के साथ मुठभेड़ में किशनजी के मारे जाने और कई माओवादी शीर्ष नेताओं के गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही माआवोदी कभी अपना गढ़ रहे इस इलाके में फिर से संगठित होने की प्रयास में जुटे हैं।

खुफिया सूत्रों ने बताया कि कदाचित चरमपंथी अपनी मौजूदगी का एहसास करने के लिए इस इलाके में बड़े हमले का प्रयास करेंगे । इस इलाके के अंतर्गत पश्मिची मिदनापुर, पुरूलिया और बांकुरा जिले आते हैं।

राज्य खुफिया ब्यूरो (एसआईबी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि माओवादी पिछले कुछ महीने से जंगलमहल में फिर से संगठित होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन अबतक उन्होंने किसी सफलता का स्वाद नहीं चखा है। इस बात की प्रबल संभावना है कि माओवादी जंगलमहल में प्रचार अभियान करने वाले राजनीतिक नेताओं पर हमला करें। (एजेंसी)

First Published: Friday, June 7, 2013, 20:49

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