Last Updated: Thursday, August 29, 2013, 08:50
मथुरा : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृंदावन में विभिन्न प्रकार के आयोजनों की धूम रही। बुधवार मध्य रात्रि बारह बजे घड़ी की सुइयां एक सीध में आते ही लोग झूम उठे और वातावरण में बस एक ही स्वर गूंजने लगा ‘नन्द के आनंद भए, जय कन्हैया लाल की।’
अब आज श्रीद्घष्ण जन्मस्थान सहित ब्रज के सभी मंदिरों में नंदोत्सवों की धूम रहेगी, वहीं नंदगांव में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। वहां नंदोत्सव अगले दिन मनाया जाएगा। जन्माष्टमी का मुख्य आयोजन श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर स्थित भागवत भवन में संपन्न हुआ। श्रीकृष्ण जन्मस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष क्रमश: विष्णुहरि डालमिया व श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने अन्य पूजाचार्यों के सहयोग से जन्म आरती के पश्चात पंचामृत से बालगोपाल का अभिषेक कराया।
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जन्माष्टमी पर्व सकुशल संपन्न हो जाने पर अधिकारियों ने चैन की सांस ली। डीएम विशाल चौहान एवं एसएसपी गुलाब सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी रात्रि साढ़े बारह बजे पूजन कार्यक्रम विधिवत संपन्न हो जाने तक भागवत भवन में ही मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
जन्माष्टमी के आयोजनों का आनंद लेने के लिए वृंदावन के ठा. बांके बिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, बिड़ला मंदिर आदि सहित ब्रज के अन्य धर्मस्थलों पर भी श्रद्घालुओं की भारी रही। श्रद्धालुओं की यह भीड़ गुरुवार को नंदगांव की ओर उमड़ेगी। गोकुल में जहां नंदोत्सव मनाने की एक विशेष परंपरा की धूम रहेगी, वहीं नंदगांव में जन्माष्टमी की।
नंदगांव में परंपरा है कि वे रक्षाबंधन पर्व के आठवें दिन ही जन्माष्टमी मनाते हैं। फिर चाहे उस दिन नवमी तिथि ही क्यों न लग गई हो। ऐसा इस बार श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के दिन भद्रा के चलते रक्षाबंधन पर्व अगले दिन मनाए जाने से हुआ है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 29, 2013, 08:50