Last Updated: Tuesday, April 23, 2013, 22:25

चेन्नई: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने मंगलवार को विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमों को वापस लेने से इंकार करते हुए सियासी दलों का नेतृत्व कर रहे नेताओं को अपनी भाषा का खयाल करने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने इस मामले में विपक्षी दल डीएमडीके के उपनेता पनरूती एस. रामचंद्रन के अनुरोध का जवाब दे रही थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बदतर टिप्पणियों के संदर्भ में दायर मुकदमों को बरकरार रखते हुए विपक्षी नेताओं के खिलाफ दायर अन्य मानहानि के मुकदमों को वापस लेने पर विचार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में लोगों, खासकर पार्टी का नेतृत्व कर रहे नेताओं को अपनी जबान पर काबू रखना चाहिए।
जयललिता ने कहा कि उनकी सरकार राज्य की 7.28 करोड़ जनता के लिए जवाबदेह है। यदि मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ मानहानिपूर्ण टिप्पणियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो इन टिप्पणियों को सच समझा जाएगा।
डीएमडीके संस्थापक व नेता प्रतिपक्ष ए. विजयकांत जयललिता और उनकी सरकार के खिलाफ टिप्पणियों के चलते मानहानि के कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 23, 2013, 22:25