Last Updated: Monday, March 12, 2012, 15:27
हिसार : अन्य पिछड़े वर्गों के तहत सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे जाटों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से आश्वासन पाने के बाद सोमवार को 23 दिन पुराना अपना आंदोलन वापस ले लिया। लंबे विचार-विमर्श के बाद खाप नेताओं और ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से 13 सितंबर तक के लिए आंदोलन स्थगित करने का एलान किया। उन्होंने छह मार्च को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में मारे गए एक युवक के शव का अंतिम संस्कार करने पर भी सहमति जताई। उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति आंदोलन का नेतृत्व कर रही थी।
समिति के महासचिव महेन्दर सिंह पुनिया ने पत्रकारों से कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ओबीसी दर्जे की समुदाय की मांग के बारे में सर्व-खाप नेताओं को आश्वासन दिया है, हमने आंदोलन निलंबित करने का फैसला किया है। जारी: सरकार और आंदोलकारियों के बीच गतिरोध के खत्म होने के संकेत 100 से ज्यादा आंदोनकारियों की रिहाई के बाद आए। इन्हें आंदोलन के दौरान आगजनी और दंगा करने जैसे आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था।
आंदोलनकारियों ने छह मार्च को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में मारे गए युवक संदीप का अंतिम संस्कार उस वक्त तक करने से इनकार कर दिया था जब तक गिरफ्तार किए गए सभी आंदोलनकारियों को रिहा नहीं किया जाता। उन्होंने शव को रेल पटरी पर रखा था। संदीप का शव मय्यर गांव ले जाया गया जहां उसके छोटे भाई ने मुखाग्नि दी। इसके बाद हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सभी सड़कों पर से नाकेबंदी हटा दी गई।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 12, 2012, 20:57