Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 15:00
कोलकाता : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा दार्जिलिंग में नये गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) बनाए जाने के लिए हुए त्रिपक्षीय समझौते से पीछे हटने की अपनी चेतावनी पर आज भी कायम रहा और कहा कि पर्वतीय क्षेत्र के लोगों की तरफ से ऐसी मांग की जा रही है।
जीजेएम के महासचिव रोशन गिरी ने दार्जिलिंग से कहा कि हम पर जीटीए से हटने के लिये लोगों की तरफ से दबाव डाला जा रहा है। गिरी ने कहा कि यदि राज्य सरकार तराई और दुआर क्षेत्र में हमें बैठकें आयोजित करने की अनुमति नहीं देती है तो हम जीटीए को खारिज करने पर विचार करने के लिए बाध्य होंगे।
गौरतलब है कि रविवार को जीजेएम को जलपाइगुड़ी के नागरकटा में सार्वजनिक बैठक आयोजित करने के लिये अनुमति नहीं दी गई थी। इसकी वजह से बंद आयोजित किया गया, हिंसा हुई और आगजनी की घटना हुई थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 20:30