Last Updated: Monday, July 29, 2013, 16:44

रांची : केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी गठबंधन सरकार का कोई रिमोट कंट्रोल नहीं होगा और यदि कोई रिमोट कंट्रोल होगा भी तो वह मुख्यमंत्री हेमंत के हाथ में ही होगा।
रमेश ने झारखंड की नवगठित झामुमो-कांग्रेस-राजद-निर्दलीय गठबंधन सरकार के ‘सुशासन के लिए साझा कार्यक्रम’ को जारी करते हुए यह बात कही।
उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि हेमंत सोरेन नयी सरकार के कठपुतली मुख्यमंत्री हैं और वास्तविक रिमोट कंट्रोल तो कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के हाथ में होगा।
रमेश ने कहा, ‘इस सरकार का कोई रिमोट कंट्रोल नहीं है। जो है, वह हेमंत के हाथ में ही है।’ उन्होंने कहा कि आशा करता हूं कि मुख्यमंत्री रिमोट कंट्रोल के स्टाप या रिवाइंड बटन को कभी भी नहीं दबायेंगे।
रमेश ने कहा कि कांग्रेस यहां की गठबंधन सरकार में हेमंत सोरेन और अन्य लोगों का सहयोग करने के लिए है कोई रिमोट कंट्रोल चलाने के लिए नहीं।
उन्होंने आश्वस्त किया, ‘संप्रग से झारखंड सरकार को हर समय पूरा सहयोग मिलता रहेगा।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हम झारखंड में पारदर्शी और जवाबदेह सरकार देने को प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हमने कोई न्यूनतम साझा कार्यक्रम नहीं बनाया है बल्कि सुशासन के लिए साझा कार्यक्रम बनाया गया है जो वास्तव में झारखंड की जनता से किये गये वादे हैं जिनको पूरा करना सरकार का लक्ष्य है। इन कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन होगा जिसकी बैठक हर माह होगी।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, July 29, 2013, 16:44