Last Updated: Wednesday, January 9, 2013, 15:40
रांची : झारखण्ड में अर्जुन मुंडा द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और मंत्रिमंडल द्वारा विधानसभा भंग किए जाने की सिफारिश करने के बाद राज्यपाल सैयद अहमद ने अभी विधानसभा भंग करने के बारे में निर्णय नहीं लिया है। दूसरी ओर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने नई सरकार के गठन की सम्भावना तलाशने के लिए कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की है।
झामुमो सूत्रों ने बुधवार को यहां कहा कि झारखण्ड के निवर्तमान उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा पार्टी के अन्य नेता, कांग्रेस नेताओं से बातचीत करने मंगलवार रात दिल्ली पहुंच गए। झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के बेटे हेमंत ने कहा कि हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगलवार को झामुमो द्वारा औपचारिक रूप से समर्थन वापस लेने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। झामुमो की समर्थन वापसी के बाद मुंडा सरकार 82 सदस्यीय विधानसभा में अल्पमत में आ गई थी। कांग्रेस के झारखण्ड प्रभारी शकील अहमद ने कहा कि उनकी पार्टी राज्यपाल के निर्णय के बाद कोई रुख स्पष्ट करेगी।
राज्य मंत्रिमंडल ने झामुमो द्वारा औपचारिक रूप से समर्थन वापस लिए जाने से कुछ समय पहले ही राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की अनुशंसा की थी। यदि वह इसे स्वीकार कर लेते हैं तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना ही एकमात्र विकल्प होगा। हालांकि राज्य में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा अन्य निर्दलीय विधायक झामुमो के साथ मिलकर सरकार गठित करने के पक्ष में हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 9, 2013, 15:40