Last Updated: Saturday, October 13, 2012, 00:22

वड़ोदरा/नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद विमहामेधाल रादड़िया ने एक टोल प्लाजा के बाहर उस समय हथियार लहराए जब वहां के कर्मचारियों ने टोल शुल्क में छूट प्राप्त करने के लिए उनसे मूल पहचान पत्र दिखाने को कहा था। इसके बाद पुलिस ने दंगा और लोगों को धमकी देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने पोरबंदर के सांसद के खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज की। सांसद को संभवत: इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी गतिविधियां सीसीटीवी में रिकार्ड हो रही हैं। सांसद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अलावा हथियार कानून के तहत भी आरोप लगाए गए हैं। रादड़िया के अलावा पांच और लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। रादड़िया टोल प्लाजा के कर्मचारी से नाराज दिख रहे थे जिसने उनके चालक को मूल पहचान पत्र दिखाने को कहा था। चालक ने पहचान पत्र की फोटो कापी दिखायी थी। फुटेज में वह बूथ के सामने हथियार लहराते दिख रहे थे। सांसदों को देश भर में राजमार्गों पर टोल से छूट प्राप्त है।
यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग- पर करजन के निकट 10-11 अक्तूबर की रात को हुई। टोल प्लाजा के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में यह पूरा वाकया रिकार्ड हो गया। कांग्रेस ने अपने सांसद रादड़िया की हथियार लहराने की उनकी कार्रवाई को अत्यंत तकलीफदेह करार दिया। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘टेलीविजन पर जो तस्वीर दिखाई जा रही है वह नि:संदेह तकलीफदेह है। हम इससे भाग नहीं रहे हैं। हम निर्णय सुनाने से पहले थोड़े सतर्क और सावधान हैं। नैसर्गिक न्याय की प्रक्रिया उन्हें अपना स्पष्टीकरण देने का मौका देती है।’
वड़ोदरा ग्रामीण पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। इसके पहले टोल शुल्क जमा करने वाली निजी कंपनी के प्रबंधक ने शिकायत की थी। पुलिस उपाधीक्षक उषा रादा ने कहा, ‘हमें सीसीटीवी फुटेज मिल गया है और हमने कार नंबर की पहचान कर ली है। हम उत्तरदायी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’ प्रबंधक ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि चालक और कार में बैठे लोगों ने उन्हें और अन्य कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी। कार में बैठे एक व्यक्ति ने हथियार लहराया और कहा कि वे टोल शुल्क नहीं देंगे क्योंकि कार एक सांसद की है।
रादड़िया ने हालांकि अपने कृत्य का बचाव किया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने प्लाजा प्रबंधक से कहा कि वह सांसद हैं और उन्हें टोल शुल्क से छूट मिली हुई है तो करीब 15 लोगों ने उन्हें घेर लिया जिनके हाथों में स्टिक थी। उन्होंने कहा, ‘15 लोगों ने हमें घेर लिया, वे कहने लगे कि मेरे चालक द्वारा दिखाया गया पहचान पत्र फर्जी है, मैं फर्जी सांसद हूं। एक सांसद के रूप में मेरी भी कुछ प्रतिष्ठा है। मैंने अपनी सुरक्षा के लिए अपना लाइसेंसी हथियार निकाल लिया।’ यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कानून अपने हाथों में लेने के बदले पुलिस को क्यों नहीं सूचित किया तो सांसद ने सख्त लहजे में कहा, ‘राजमार्ग पर मुझे कौन सुरक्षा मुहैया कराता?’ इस घटना से वहां से गुजर रहे अन्य राहगीर दहशत में आ गए और वे अपनी कारों से बाहर निकलने में डर रहे थे।
भाजपा के बलवीर पुंज ने कहा कि कांग्रेस को अपने सांसदों को अनुशासित करने की जरूरत है। सौराष्ट्र क्षेत्र के चर्चित नेता रादड़िया ने हाल ही में राजकोट में आयोजित विशाल किसान रैली के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभायी थी। उल्लेखनीय है कि पोरबंदर राष्ट्रपिता और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की जन्मस्थली है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 16:41