डीएसपी हत्या मामला: CBI ने लगाया कैंप, लोगों से जानकारी मांगी

डीएसपी हत्या मामला: CBI ने लगाया कैंप, लोगों से जानकारी मांगी

डीएसपी हत्या मामला: CBI ने लगाया कैंप, लोगों से जानकारी मांगीकुंडा (प्रतापगढ़) : पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जिया उल हक की नृशंस हत्या मामले की जांच संभालने के तीन दिन बाद केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को कुंडा में एक कैम्प कार्यालय स्थापित करके लोगों को आश्वस्त किया कि जांच में मदद करने पर उन्हें किसी तरह के उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ेगा।

सीबीआई ने इस मामले में दर्ज चार में से एक प्राथमिकी में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम भी शामिल किया है।

हक और अन्य दो लोगों की सनसनीखेज हत्या की जांच का काम सात मार्च को अपने हाथों में लेने वाली सीबीआई ने इलाहाबाद-लखनऊ राजमार्ग पर कुंडा के पंचायत भवन में अपना कैम्प कार्यालय बनाया है और लोगों से आगे आकर इस मामले में कोई जानकारी देने की अपील की है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि एजेंसी को लगता है कि गांववालों पर मुंह बंद रखने के लिये बहुत दबाव है।

इस बीच दिवंगत डीएसपी की पत्नी परवीन आजाद ने आज कहा कि उनके पति को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि हक ने पूर्व मंत्री एवं स्थानीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ कई मामलों की सूची तैयार की थी। राजा भैया के खिलाफ अदालतों और पुलिस थानों में 16 मामलों लंबित हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या हक की कार्रवाई उनकी हत्या की कारण बनी, परवीन ने कहा, ‘जब मेरे पति की कुंडा में तैनात थे तो उनके लिए (राजा भैया के खिलाफ मामलों के) दस्तावेज और हिस्ट्रीशीट तैयार करना स्वाभाविक था।’ उन्होंने कहा कि यह (हिस्ट्रीशीट और दस्तावेज तैयार करना) कोई नई बात नहीं है।

परवीन ने कहा कि हक केवल अपनी ड्यूटी कर रहे थे। कुंडा बहुत संवेदनशील जगह है, राजा भैया का मामला और ज्यादा संवदेनशील है।

सीबीआई ने बीते गुरुवार को को उत्तर प्रदेश के विवादित नेता राजा भैया के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। हक की पत्नी की शिकायत के आधार पर राजा भैया का नाम चार में से एक प्राथमिकी में शामिल किया गया है। इस मामले में एक भी गवाह जुटाने में विफल रही सीबीआई ने टेलीफोन नंबर 05341-230006 और ई-मेल का पता

पीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट इन जारी किया है और लोगों से हक और ग्राम प्रमुख नन्हे यादव और उसके भाई सुरेश यादव की दो मार्च को हुई हत्या मामले में जानकारी देने को कहा है।

सीबीआई ने सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखने का वायदा किया है।

एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा, ‘सीबीआई फिर से आश्वस्त करती है कि उक्त जांच में किसी को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसा लगता है कि क्षेत्र के कुछ निवासियों ने खुद को अनुपलब्ध कर लिया है, उनसे अपील की जाती है कि वे अपने घरों को लौटे और निष्पक्ष जांच में सीबीआई की मदद करें।’

अब तक हुई प्रारंभिक जांच में सीबीआई को गांव से कोई पुरुष गवाह नहीं मिला है क्योंकि एजेंसी के जांच कार्य अपने हाथ में लेने के बाद से वे अपने घर नहीं आए हैं। वे पूछताछ से बचना चाहते हैं।

जांच से जुड़े सीबीआई के अधिकारी ने कहा, ‘कुछ निहित स्वार्थी तत्वों की ओर से सीबीआई के बारे में गलत सूचनाएं फैलायी जा रही है और हम इससे निपट रहे हैं।’ जांच में नाम आने के बाद राजा भैया को उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव सरकार से मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

इस घटना के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई राजनीतिक नेता प्रतापगढ़ जिले में कुंडा का दौरा कर चुके है और मृत अधिकारी के परिवार से मिल चुके हैं।

सीबीआई ने बालीपुर गांव में तीन हत्याओं के सिलसिले में चार मामले दर्ज किये हैं। सीबीआई टीम मामले से जुड़े घटनाक्रमों का तार जोड़ने में जुटी है और इस सिलसिले में राज्य पुलिस के एक निलंबित अधिकारी से भी पूछताछ की है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 10, 2013, 19:05

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