Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 12:31
चेन्नई/नयी दिल्ली : तमिलनाडु विधानसभा में गुरुवार को सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया कि राज्य किसी भी परिस्थिति में मुल्लापेरिया बांध पर अपना अधिकार नहीं छोड़ेगा। वहीं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने केरल पर इस मुद्दे पर छल करने वाली रणनीति अपनाने का आरोप लगाया।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु की ओर से आपत्ति जताये जाने के बाद विवाद का केंद्र बने मुल्लापेरियार बांध मुद्दे के हल के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अपील करने से परहेज किया।
मुल्लापेरियार बांध मुद्दे पर तमिलनाडु विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र का आयोजन दोनों राज्यों के बीच इसे लेकर उत्पन्न तनाव के बीच किया गया था। विधानसभा के इस सत्र में 116 वर्ष पुराने उस बांध पर राज्य के अधिकार को दोहराया गया जिसे केरल ध्वस्त करके उसके स्थान पर नया बांध बनाया चाहता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 19:02