तमिल मुद्दे पर केंद्र के आगे नहीं झुकेंगे: करूणानिधि

तमिल मुद्दे पर केंद्र के आगे नहीं झुकेंगे: करूणानिधि

तमिल मुद्दे पर केंद्र के आगे नहीं झुकेंगे: करूणानिधिचेन्नई : द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि ने आज कहा कि श्रीलंकाई तमिलों का समर्थन करने वाले तमिल ईलम सपोर्टर्स आर्गनाइजेशन (टीईएसओ) को पुन:जीवित किए जाने को लेकर उन पर केंद्र को कोई दबाव नहीं है लेकिन किसी न किसी दिन वहां के तमिलों के लिए अलग देश का सपना साकार होगा।

गृह मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात के एक दिन बाद करूणानिधि ने यहां संवाददाताओं से कहा, केंद्र से कोई दबाव नहीं है। यह सिर्फ आपकी कल्पना है। ऐसी खबरें थी कि टीईएसओ की अगले महीने होने वाली बैठक में तमिलों के लिए अलग राष्ट्र की मांग संबंधी प्रस्ताव पारित किए जाने के कदम से केंद्र खुश नहीं है। करूणानिधि ने कहा कि चिदंबरम के साथ बातचीत में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुयी। उन्होंने कहा कि राजनीति पर कोई चर्चा नहीं हुयी।

द्रमुक प्रमुख ने 1980 के दशक में इस संगठन की स्थापना की थी। उन्होंने तमिल समर्थक कई अन्य नेताओं के साथ इसे पुन:जीवित किया है। द्रमुख प्रमुख ने कहा कि 12 अगस्त को होने वाले सम्मेलन के दौरान श्रीलंका में शेष तमिलों के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से कल्याण के उपायों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने तमिलों की समस्याओं के हल के लिए सशस्त्र संघर्ष के विकल्प से इंकार किया। उन्होंने कहा, तमिल ईलम किसी न किसी दिन अस्तित्व में आएगा। मैं यह उम्मीद नहीं करता कि सम्मेलन के अगले दिन ही ऐसा हो जाएगा।

करूणानिधि ने पिछले महीने कहा था कि टीईएसओ बैठक में ईलम हासिल करने के तरीकों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने इसे अपना बहुप्रतीक्षित और अपूर्ण सपना बताया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का उदाहरण देखिए। यह हमारा एकमात्र लक्ष्य था और हमने इसे हासिल करने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए। यह भी कुछ हद तक वैसा ही है। द्रमुक प्रमुख ने कहा कि ईलम के संबंध में वह किसी दबाव के सामने नहीं झुकेंगे। (एजेंसी)

First Published: Monday, July 16, 2012, 21:01

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