Last Updated: Monday, August 5, 2013, 23:01
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पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को इशारों-इशारों में ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं से कहा कि अगर उन्हें बिहार के मंत्रिमंडल की इतनी ही चिंता है तो माफी मांग लें और और वापस आ जाएं। पटना में `जनता के दरबार में मुख्यमंत्री` कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उन्होंने कहा कि बिहार मंत्रिमंडल उनका है वे जब चाहेंगे इसका विस्तार करेंगे। अगर जो लोग छोड़ कर गए हैं उनका कोई काम रह गया है तो वे माफी मांग लें और वापस आ जाएं।
उन्होंने प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा विधेयक को समर्थन देने की बात कहते हुए कहा कि इसमें कई ऐसे बिंदुओं को शामिल किया गया है, जिनके विषय में उन्होंने आपत्ति जताई थी और उनका ध्यान नहीं रखा गया है। उन बातों को फिर से बताया जाएगा।
उन्होंने भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा हाल के दिनों में दिए गए बयानों पर कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है जिसमें वे हस्तक्षेप नहीं करते हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के फैसले को जायज ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में जो हो रहा है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि उनका निर्णय सही है।
बिहार में सुखाड़ की स्थिति में केंद्र सरकार से मदद मांगने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभी वह स्थिति नहीं आई है। उन्होंने कहा कि अभी तो सुखाड़ क्षेत्र भी घोषित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बारिश कम हुई है और सरकार किसानों को डीजल पर अनुदान सहित कई राहत दे रही है। उन्होंने आशा व्यक्त कि अगर अभी भी मानसून की बारिश हो जाए, किसान रोपनी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अभी बिहार के संसाधनों से ही किसानों को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है और जब स्थिति केंद्र सरकार से मदद मांगने की आएगी तो मदद की मांग की जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 5, 2013, 23:01