Last Updated: Thursday, June 20, 2013, 21:42

देहरादून : उत्तराखंड में अतिवृष्टि के बाद आई भीषण आपदा को अप्रत्याशित बताते हुए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गुरुवार को कहा कि त्रासदी में मरने वाले लोगों की तादाद सैकड़ों में होगी। यहां सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रासदी बहुत बड़ी है और बहुत सारी जमीन पानी के साथ आए मलबे के नीचे दब गई है। आपदा में मरने वालों की संख्या सैकड़ों में हो सकती है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ इलाका आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है और केवल मंदिर का गर्भगृह और थोड़ी बहुत आसपास की सुविधायें ही बच पाई हैं। बहुगुणा ने हालांकि कहा कि राहत और बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाए जा रहे हैं और केदारनाथ में फंसे ज्यादातर श्रद्धालुओं को कल तक बाहर निकाल लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके बाद बद्रीनाथ में फंसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बाहर निकालने का काम किया जाएगा। इससे पहले, प्रमुख सचिव आपदा राकेश शर्मा ने बताया कि उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में फंसे हुए करीब 11000 तीर्थयात्रियों और छह विदेशी पर्यटकों को हवाई और सड़क मार्ग द्वारा अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। शर्मा ने कहा कि इस समय हमारा सारा ध्यान केदारनाथ घाटी से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने पर है जहां 250 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। केदारनाथ के बाद हम बद्रीनाथ धाम का रुख करेंगे जहां 9000 लोग फंसे हुए हैं।
यह पूछे जाने पर कि आपदा में कितने लोगों के मारे जाने की खबर है, शर्मा ने कहा कि कोई निश्चित संख्या बता पाना तो मुश्किल है लेकिन मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा ही होगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में हुई व्यापक तबाही के हालात को देखकर लगता है कि यात्रा को दोबारा शुरू होने में कम से कम एक साल लगेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 20, 2013, 21:42