Last Updated: Sunday, January 13, 2013, 17:44
अगरतला : त्रिपुरा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है लेकिन स्थानीय नेता और कार्यकर्ता उससे संतुष्ट नहीं हैं। राज्य में कम से कम 11 स्थानों पर खुला विरोध शुरू हो गया है। स्थानीय नेता उम्मीदवारों के नाम बदलने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इतना आक्रोश है कि कुछ जगहों पर उन्होंने उम्मीदवारों की सूची जला दी है या पार्टी कार्यालयों को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ऑस्कर फर्नाडीज ने शनिवार रात नई दिल्ली में त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 48 कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी की। उन्होंने एक का नाम विचाराधीन रखा है और लंबे अरसे से अपनी पार्टी के सहयोगी दल इंडीजीनियस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा (आईएनपीटी) के लिए 11 सीटें छोड़ी है। इस पार्टी का जनजातियों के बीच जनाधार है।
चार्लीलाम प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष अमाल देबनाथ ने संवाददाताओं से कहा, `यदि हिमानी देवबर्मा के बदले राजपरिवार के वंशज `महाराज` प्रद्योत बिक्रम किशोर देवबर्मा को टिकट नहीं दिया गया तो हम चार्लीलाम प्रखंड कांग्रेस के नेता सामूहिक रूप से अपने पदों से इस्तीफा दे देंगे।`
चार्लीलाम (पश्चिमी त्रिपुरा) के एक हजार से अधिक कार्यकर्ता स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुदीप राय बर्मन से मिले और बर्मन तथा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को अपने फैसले से अवगत कराया। आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आधिकारिक उम्मीदवार बिलाल मियां (पूर्व मंत्री) और वरिष्ठ नेता तोफज्जल हुसैन को बदलने की मांग को लेकर बोक्सानगर में पार्टी कार्यालय में आग लगा दी।
उत्तरी त्रिपुरा के चंडीपुर, पश्चिमी त्रिपुरा के चार्लीलाम, कमलासागर, प्रतापगढ़, खोवाई, तेलियामूरा, गोलाघाटी, टकरजाला और दक्षिणी त्रिपुरा के हृषामुख तथा अमरपुर विधानसभा क्षेत्र से भी हिंसक प्रदर्शनों की खबरें मिली हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को पार्टी उम्मीदवारों के चयन को लेकर अंतर्विरोध का सामना करना पड़ रहा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 13, 2013, 17:44