Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 13:16

अगरतला : त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए गुरुवार को होने जा रहे चुनाव की तैयारियां पूरी हो गईं हैं जहां 249 उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री माणिक सरकार, टीपीसीसी अध्यक्ष सुदीप राय बर्मन और नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा के अध्यक्ष बिजय हरंखवाल जैसे दिग्गज भी शामिल हैं ।
वाम मोर्चा सत्ता में लगातार पांचवीं बार वापसी कर इतिहास लिखने की उम्मीद कर रहा है । मुख्य मुकाबला वाम मोर्चा, इसके सहयोगियों तथा कांग्रेस और इसके सहयोगियों के बीच है ।
वाम मोर्चा की मुख्य पार्टी माकपा 56 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि आरएसपी दो पर और भाकपा तथा फॉरवर्ड ब्लॉक एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं ।
कांग्रेस 48 सीटों पर तथा गठबंधन सहयोगियों में आईएनपीटी 11 और नेशनल कान्फ्रेंस आफ त्रिपुरा एक सीट पर चुनाव लड़ रही है । उम्मीदवारों में 14 महिलाएं भी शामिल हैं । 2008 के चुनावों के मुकाबले इस बार महिला उम्मीदवारों की संख्या चार कम है ।
चुनाव में 16 राजनीतिक दल अपनी किस्मत आजमा रहे हैं । कई निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं । 23 लाख 52 हजार 505 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे जिनमें 11 लाख 64 हजार 656 महिलाएं शामिल हैं ।
राज्य में चार दशक पुराने उग्रवाद की समस्या को खत्म करने और शांति तथा सौहार्द स्थापित करने का श्रेय ले रही माकपा त्रिपुरा को अच्छे शासन के लिहाज से आदर्श राज्य के रूप में पेश कर रही है जो मनरेगा के कार्यान्वयन की सूची में शीर्ष पर है ।
माकपा विभिन्न योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए केंद्र से मिले 15 पुरस्कारों को भी खूब प्रचारित कर रही है । कांग्रेस-आईएनपीटी-एनसीटी गठबंधन ने माणिक सरकार के नेतृत्व वाले ‘‘खराब शासन’’ को अपना चुनावी मुद्दा बनाया है। उसका आरोप है कि वाम मोर्चा के 20 साल के शासन के दौरान केंद्र से कोष दिए जाने के बावजूद कर्मचारी, बेरोजगार और किसान इससे वंचित रहे ।
गठबंधन ने सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और भाईभतीजावाद के आरोपों को भी महत्वपूर्ण मुद्दा बनाया है।
चुनाव प्रचार में शामिल रहे दिग्गज नेताओं में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी, केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम तथा माकपा नेताओं में प्रकाश करात, सीताराम येचुरी, सूर्यकांत मिश्रा और बृंदा करात शामिल हैं ।
तीन हजार 41 मतदान केंद्रों में से 409 को अत्यंत संवेदनशील, 535 को ज्यादा संवेदनशील और 726 को संवेदनशील घोषित किया गया है ।
राज्य में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कुल 250 कंपनियां तैनात की गई हैं । सीमा सुरक्षाबल ने बांग्लादेश से लगती 856 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया है और घुसपैठ रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 13:16