Last Updated: Wednesday, April 10, 2013, 19:04
भोपाल : मध्य प्रदेश के दतिया में स्विटजरलैंड की महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को सजा दिलाई जा सके, इसके लिए जरूरत पड़ने पर पीड़ित महिला का बयान दर्ज करने के लिए एक न्यायिक दल स्विटजरलैंड जा सकता है।
भारत भ्रमण पर आए स्विटजरलैंड के दंपति को मार्च माह में दतिया जिले में छह वहशियों की दरिंदगी का शिकार होना पड़ा था। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटा हुआ माल भी बरामद करने का दावा किया है। लेकिन स्विस दंपति जांच में शामिल हुए बिना देश छोड़ कर चले गए हैं।
मामला न्यायालय में है। पुलिस ने युवती को दतिया आकर जांच में सहयोग का संदेश स्विस दूतावास के जरिए भेजा था, मगर युवती की ओर से सहयोगात्मक रुख नहीं अपनाया गया और उन्होंने दतिया आने में असमर्थता जता दी। इसके बाद न्यायालय की ओर से समन भेजा गया है। युवती को न्यायालय में उपस्थित होने के लिए 15 अप्रैल की तारीख तय है। सूत्रों को कहना है कि महिला के बयान के बिना आरोपियों को सजा दिलाना आसान नहीं होगा। स्विस दंपति स्विस दूतावास के जरिए पुलिस से पहले ही कह चुके हैं कि घटना के समय रात का अंधेरा होने के कारण वे किसी भी आरोपी को आसानी से पहचान नहीं सकते हैं।
न्यायालय ने समन भेजकर युवती को 15 अप्रैल को उपस्थिति होकर बयान दर्ज कराने को कहा है, इस समन के बाद भी युवती के दतिया न आने पर पुलिस, एक न्यायिक दल स्विटजरलैंड भेजने का न्यायालय में आवेदन दे सकती है। चंबल परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक डीके आर्य ने बुधवार को एक चर्चा में कहा कि युवती को न्यायालय में उपस्थित होने का समन भेजा गया है, युवती अगर उपस्थित नहीं होती है तो पुलिस की ओर से उसका बयान दर्ज करने के लिए एक न्यायिक दल स्विटजरलैंड भेजने के प्रयास किए जाएंगे।
मालूम हो कि साइकिल से ओरछा से आगरा जाते वक्त स्विस जोड़े ने दतिया जिले में सड़क किनारे एक टेंट लगाकर रात गुजारने का मन बनाया था। इसी दौरान कुछ हथियारबंद युवक टेंट में घुस आए और पति को बंधक बनाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया था। युवती का आरोप था कि चार लोगों ने पति के सामने उससे दुष्कर्म किया था। वहीं चिकित्सकीय जांच में पता चला था कि उससे पांच लोगों ने दुष्कर्म किया है। साथ ही नमूनों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
विदेशी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पहले 36 गवाह बनाए थे, मगर एक गवाह के पलट जाने के बाद दो अन्य गवाहों को सूची से पुलिस ने हटा दिया है। इस तरह अब कुल 33 गवाह बचे हैं। विदेशी महिला से राज्य में सामूहिक दुष्कर्म होने की घटना से पुलिस से लेकर सरकार तक की जमकर किरकिरी हुई है। इतना ही नहीं देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी कमी आने के सर्वेक्षणों ने भी राज्य की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। पुलिस की कोशिश है कि आरोपियों को सजा दिलाकर कुछ लाज बचा ली जाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 10, 2013, 19:04