Last Updated: Sunday, June 3, 2012, 22:11
धर्मशाला : वर्ष 2002 से बीजिंग के साथ वार्ता प्रक्रिया में शामिल तिब्बती आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा के दो विशेष दूतों ने तिब्बत में ‘बिगड़ती’ स्थिति और वार्ता प्रक्रिया में चीन की ओर से सकारात्मक रूख की कमी का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
तिब्बती ‘कैबिनेट’ ने आज यहां कहा कि पिछले दो साल से बंद पड़ी वार्ता प्रक्रिया के तहत चीन के साथ नौ दौर की बातचीत में शामिल लोडी जी ग्यारी और केलसांग ग्याल्तसेन का इस्तीफा निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांग्ये द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।
दूतों ने अपने पत्र में कहा कि वर्ष 2008 से तिब्बत में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए तिब्बतियों द्वारा आत्मदाह के मामले बढे हैं और हम अपना इस्तीफा देने के लिए मजबूर हैं। चीन के साथ पिछले बैठक दो साल से भी अधिक समय पूर्व जनवरी 2010 में हुई थी।
पत्र में कहा गया कि वार्ता प्रक्रिया में चीन के एक प्रमुख वार्ताकार ने चीन के संविधान में दिये अल्पसंख्यक दर्जे को खत्म करने का समर्थन किया जिससे लग रहा है कि स्वायत्ता का आधार हटाया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 3, 2012, 22:11