दार्जीलिंग में जनजीवन अस्त-व्यस्त, केंद्र से वार्ता करेगी जीजेएम

दार्जीलिंग में जनजीवन अस्त-व्यस्त, केंद्र से वार्ता करेगी जीजेएम

दार्जीलिंग में जनजीवन अस्त-व्यस्त, केंद्र से वार्ता करेगी जीजेएमदार्जीलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर दार्जीलिंग में आज शुरू हुए बेमियादी बंद से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा और इस दौरान पंचायत का एक दफ्तर जला दिया गया। इस बीच आत्मदाह की कोशिश करने वाले एक जीजेएम समर्थक की आज मौत हो गयी। उधर, जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरूंग ने कहा कि उनकी पार्टी केवल केंद्र से बातचीत करेगी और पश्चिम बंगाल सरकार से बात करना बेकार है।

दार्जीलिंग, कालिमपोंग और कुर्सेआंग में तीनों पर्वतीय उपसंभागों में सभी दुकानें, बाजार, स्कूल, कॉलेज, सरकारी और निजी दफ्तर, बैंक, डाकघर बंद रहे। सुबह 6 बजे से ही बंद प्रभावी हो गया था। जीजेएम के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और उन्होंने आपात स्थिति वाले स्टीकर लगे वाहनों को ही चलने दिया गया। शेष वाहनों को सड़कों पर नहीं चलने दिया गया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ की एक कंपनी ने सड़कों पर गश्त दी जिसमें महिला कर्मी भी शामिल हैं।

जीजेएम अध्यक्ष ने कहा, ‘संप्रग सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार के विरोध को खारिज करते हुए तेलंगाना के निर्माण की घोषणा की। अलग गोरखालैंड बनाने के मामले में उन्हें ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए?’ गुरंग ने कहा कि गोरखा लोगों ने देश के लिए खुद को न्यौछावर कर दिया और गोरखालैंड की मांग मानी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल सरकार से बातचीत का कोई मतलब नहीं क्योंकि वह इस संबंध में कुछ नहीं कर सकती।’ मुंबई से कोलकाता लौटीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या राज्य सरकार दार्जीलिंग में हिंसा के बाद कड़े कदम उठाएगी तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘पहले ही कड़े फैसले लिये गये हैं।’ जिला मजिस्ट्रेट सौमित्र मोहन ने कहा कि बिजनबाड़ी में आज सुबह पंचायत दफ्तर में आग लगा दी गयी।

जीजेएम समर्थकों ने खाद्य पदार्थों और खासकर चावल की तत्काल आपूर्ति की मांग करते हुए यहां से 32 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत विकास कंपनी लिमिटेड के तहत आने वाली रमाम और रिमबिक निप्पन जलविद्युत परियोजनाअ में जबरन उत्पादन रोका। बिजली संयंत्र में रोजाना 80 से 100 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है जो दार्जीलिंग और पड़ोसी राज्यों की जरूरतों को पूरा करता है।

जीजेएम नेता बिनाय तमांग ने कहा कि पुलिस ने जीजेएम के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। कालिमपोंग से मिली खबर के अनुसार महिला जीजेएम कार्यकर्ताओं ने गोरखालैंड की मांग करते हुए नारे लगाये। जीजेएम की युवा इकाई के सदस्य अलग राज्य बनाने और पर्वतीय क्षेत्र से सीआरपीएफ को हटाने की मांग को लेकर दार्जीलिंग की सड़कों पर निर्वस्त्र लोटे।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि चाय और दालचीनी के बागानों में कामकाज बेअसर रहा जिन्हें जीजेएम के बंद के दायरे से बाहर रखा गया था। इस बीच पार्टी महासचिव रोशन गिरी के नेतृत्व में जीजेएम का छह सदस्यीय दल दिल्ली पहुंचा और उन्होंने अनेक सांसदों से मिलकर अलग गोरखालैंड के गठन की अपनी मांग से उन्हें अवगत कराया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी से भी मुलाकात का प्रयास किया।

दार्जीलिंग के पुलिस अधीक्षक कुणाल अग्रवाल ने कहा कि गुरूवार को पोखरियाबांग में एक पुलिस चौकी पर आग लगाने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था जिसमें एक होमगार्ड घायल हो गया। पहाड़ी क्षेत्र में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, August 3, 2013, 22:03

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