Last Updated: Monday, March 11, 2013, 15:43
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में पिछले साल 16 दिसंबर को 23 वर्षीय एक लड़की के साथ चलती बस में हुए बर्बर सामूहिक बलात्कार के मुख्य आरोपी राम सिंह ने सोमवार सुबह तिहाड़ जेल की कड़े सुरक्षा इंतजामों वाली एक सेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली ।
जेल अधिकारियों ने बताया कि 33 वर्षीय राम सिंह ने अपने कपड़ों की मदद से सुबह करीब पांच बजे जेल नंबर तीन में अपनी सेल की ग्रिल से लटक कर खुद को फांसी लगा ली।
लेकिन रामसिंह की खुदकुशी पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। राम सिंह के पिता और उसके वकील ने उसकी खुदकुशी की बात को सिरे से खारिज कर दिया है।
राम सिंह के पिता मांगे लाल ने तिहाड़ जेल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उसकी हत्या की गई और बाद में उसे जेल में फंदे से लटका दिया गया। उसने हमसे कई बार कहा था कि उसे जेल में खतरा है। उसने इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
मांगे लाल ने कहा कि वह पहले ही दुष्कर्म का आरोप स्वीकार कर चुका था और उसने खुद मौत की सजा मांगी थी। हमने भी कहा कि उसे फांसी दी जानी चाहिए। तिहाड़ के कैदियों ने उसे कई बार पीटा था।
परिवार ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। जेल के बाहर राम सिंह की मां ने कहा कि वह खुदकुशी नहीं कर सकता। उसने अपना अपराध कबूल किया था। हम इस मामले की जांच चाहते हैं।
वकील ने इस मामले में साजिश की आशंका जाहिर की है। बचाव पक्ष के वकील वी. के. आनंद ने कहा कि अदालत ने राम सिंह को अपने परिजनों से मिलने की अनुमति दी थी। वह उनसे हर दिन मिलता था। मामले की सुनवाई ठीक ढंग से हो रही थी। मुझे समझ नहीं आ रहा कि इस बीच ऐसा क्या हुआ कि उसने खुदकुशी कर ली।
राम सिंह को सोलह दिसंबर की घटना के एक दिन बाद आरके पुरम स्थित उसके घर के पास से गिरफ्तार किया गया था । मामले में उसका भाई मुकेश भी चार अन्य लोगों के साथ आरोपी है ।
लड़की से सिंह ने और उसके पांच साथियों ने (जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था) दक्षिण दिल्ली में बलात्कार किया था । उन्होंने बलात्कार से पहले लड़की और उसके पुरुष मित्र को बर्बरता से पीटा भी था । लड़की की 29 दिसंबर को सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी । सिंह उस बस का चालक था जिसमें लड़की से दुष्कर्म किया गया था । घटना के समय बस को सिंह का भाई चला रहा था ।
First Published: Monday, March 11, 2013, 15:33