Last Updated: Wednesday, September 25, 2013, 18:20
नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने सितंबर 2008 में दिल्ली में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में सरकारी गवाहों का बयान दर्ज करने के लिए 29 अक्तूबर की तारीख तय की है। इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन के 13 संदिग्ध सदस्यों पर मुकदमा चल रहा है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) दया प्रकाश को आज ही इस मामले में सुनवाई करनी थी लेकिन पटियाला हाउस अदालत के वकीलों की हड़ताल की वजह से सुनवाई की अगली तारीख 29 अक्तूबर तय की गई है। अदालत की कार्यवाही के दौरान कुछ ऐसे आरोपियों को भी पेश किया गया जो मुंबई की जेल में बंद हैं। न्यायाधीश ने उन्हें लेकर आए मुंबई पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुनवाई की अगली तारीख पर उन्हें पेश किया जाए।
सितंबर 2008 में दिल्ली में हुए सीरियल बम धमाकों के मामले में मुकदमे की सुनवाई इस साल जुलाई से ही अटकी पड़ी थी और दिल्ली उच्च न्यायालय के तीन अगस्त के प्रशासनिक आदेश से इन पांच मामलों को एएसजे दया प्रकाश की अदालत में भेज दिया गया था।
उच्च न्यायालय ने 4 सितंबर को इन मामलों में बयान दर्ज कराने पर रोक लगा दी थी। एक आरोपी की अर्जी पर यह रोक लगायी गयी थी। अर्जी में आरोपी ने कहा था कि मुकदमे को किसी और अदालत में भेजने के प्रशासनिक आदेश से मामले में देरी होगी और उनके खिलाफ पूर्वाग्रह पैदा होगा। करोलबाग के गफ्फार मार्केट, कनॉट प्लेस में बाराखंभा रोड, ग्रेटर कैलाश में एम-ब्लॉक मार्केट में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों और इंडिया गेट के पास एक बम की बरामदगी के सिलसिले में पांच मामले दर्ज किए गए थे।
इन मामलों में जिन पर मुकदमा चल रहा है उनके नाम हैं - मोहम्मद शकील, मोहम्मद सैफ, जीशान अहमद, जिया-उर-रहमान, साबिक निसार, मोहम्मद सादिक, कयामुद्दीन कपाड़िया, मोहम्मद हकीम, मोहम्मद मंसूर असगर पीरभॉय, मुबीन कादर शेख, आसिफ बशीरूद्दीन, मोहम्मद अकबर इस्माइल चौधरी और शहजाद अहमद। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 25, 2013, 18:20