दुनिया में पैठ बनाने के लिए नीतीश ने लिया सोशल साइट का सहारा

दुनिया में पैठ बनाने के लिए नीतीश ने लिया सोशल साइट का सहारा

दुनिया में पैठ बनाने के लिए नीतीश ने लिया सोशल साइट का सहारापटना : विकास की राह पर बढ़ते बिहार में राजनीति भी इन दिनों ‘हाई टेक’ हो गयी है और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित मंत्री और राजनीतिक पार्टियां अधिक से अधिक लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए साइबर वर्ल्ड में फेसबुक और ट्विटर सहित अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट और इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी आधिकारिक ब्लागिंग की वेबसाइट ‘ब्लागस्पाट डाट इन’ पर सोशल मीडिया के माध्यम से संवाद करते हैं। अप्रैल 2010 में मुख्यमंत्री की इस आधिकारिक वेबसाइट का साइबर दुनिया में पदार्पण हुआ था। अब तक 2273 लोग इस वेबसाइट के फालोअर हैं।

नीतीश कुमार के प्रशंसकों द्वारा संचालित फेसबुक पर ऐसे कम से कम तीन अकाउंट में फालोअरों की संख्या 1.33 लाख से अधिक है। वही राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के प्रशंसक द्वारा संचालित फेसबुक अकाउंट पर 4199 फालोअर हैं। बिहार की राजनीति में लगातार दो बार नीतीश कुमार के हाथों शिकस्त झेल चुके लालू प्रसाद साइबर जगत में भी जदयू नेता से पीछे हैं।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सत्तारुढ जदयू ने 17 मार्च को नयी दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली की। इसके लिए पार्टी ने फेसबुक पर बिहार का हक नाम से अभियान शुरू किया। 24 दिसंबर 2012 को शुरू किये गये फेसबुक के इस पेज पर 4634 फालोअर हैं।

इसी प्रकार उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राज्य की समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री शाहिद अली खान भी फेसबुक पर हैं। जदयू के अलावा नीतीश कुमार के पूर्व सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का गठन किया है। पार्टी का जनाधार युवाओं में बढ़ाने के उद्देश्य से कुशवाहा ने अपना और नवगठित राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का फेसबुक पर अकाउंट खोला है।

मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी और पूर्व विधान पाषर्द संजय कुमार झा बताते हैं, ‘‘मुख्यमंत्री इन दिनों व्यस्तता के कारण संवाद नहीं कर पा रहे हैं। जल्द ही वह ‘नीतीशस्पीक्स डाट ब्लागस्पाट डाट इन’ पर नजर आयेंगे।’’ उन्होंने कहा कि 17 मार्च की अधिकार रैली के लिए फेसबुक पर अभियान हिट रहा।’’ मुख्यमंत्री ने अपना अंतिम आधिकारिक ब्लाग 10 अक्तूबर 2011 को लिखा था। नीतीश कुमार का 2012 में बहुत ही व्यस्त कार्यक्रम रहा। चार नवंबर 2012 में पटना के गांधी मैदान में अधिकार रैली के लिए वह राज्य भर में विभिन्न जिलों में सभाओं में व्यस्त रहे।

छात्र आंदोलन से मुख्यधारा की राजनीति में आये उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी साइबर दुनिया में अधिक सक्रिय है। फेसबुक पर उनके अकाउंट को जबरदस्त लोकप्रियता हासिल है। मोदी के फेसबुक पर 94,436 फालोअर हैं। वह माइक्रो ब्लागिंग साइट पर भी उपलब्ध हैं जहां वह नियमित ताजा जानकारी देते रहते हैं। फेसबुक पर उन्होंने कई दुर्लभ तस्वीरें भी अपने प्रशंसकों के लिए पोस्ट की हैं।

नीतीश सरकार में सबसे युवा मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के पुत्र नीतीश मिश्रा सूचना प्रौद्योगिकी के इस जमाने में सोशल नेटवर्किंग साइट को आम लोगों और हितधारकों :स्टेक होल्डर्स: के साथ संवाद का बेहतरीन माध्यम मानते हैं।

ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी से ग्लोबल पालिटिकल इकोनामी में डिप्लोमा कर चुके मिश्रा झंझारपुर डाट सीओ डाट इन संचालित करते हैं। वह मधुबनी जिले के झंझारपुर निर्वाचन क्षेत्र से जदयू के विधायक हैं। मिश्रा के अनुसार, ‘‘वेबसाइट से बिहार के लोगों के अलावा मिथिला क्षेत्र से बाहर देश के दूसरे हिस्सों से संवाद स्थापित करने का मौका मिलता है। फेसबुक और ट्विटर पर भी इस प्रकार से मदद मिलती है। मधुबनी क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में बाहर रहते हैं।’’

मुख्यमंत्री के प्रशंसकों ने फेसबुक पर अलग अलग कई अकाउंट खोल रखे हैं। प्रशंसकों द्वारा संचालित तीन प्रमुख अकाउंट में फालोअरों की संख्या 1.33 लाख है। फेसबुक पर प्रशंसकों ने नीतीश 4 बिहार, सीएमबिहार, पीपुलफोरनीतीश नाम से अकाउंट खोल रखे हैं। फेसबुक पर एक प्रशंसक द्वारा बनाये गये ‘नीतीश 4 बिहार’ अकाउंट पर फालोअरों की संख्या 73 हजार से अधिक है जबकि पीपुल फोर नीतीश पर यह संख्या करीब 50 हजार है। बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री कहते हैं, ‘‘फेसबुक पर लोगों से संपर्क बढ़ता है। एक ‘पब्लिक फिगर’ होने के नाते जनता से फीडबैक भी मिलता है। झंझारपुर के नाम से शुरू की गयी वेबसाइट के माध्यम से लोगों की शिकायतें, विचार, फीडबैक और अनुभव जानने को मिलते हंै। विधायक होने के नाते मैं अपने क्षेत्र की जनता से संवाद स्थापित करने में इसे महत्वपूर्ण मानता हूं।’’ मिश्रा ने अपने विभाग में आम लोगों की शिकायतों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से एक डाटाबेस वेबसाइट पर ‘आरडीडी एप्लीकेशन र्रिडेसल सिस्टम’ बनाया है।

मंत्री के अनुसार इससे लोगों को मनरेगा, इंदिरा आवास योजना और बीपीएल की सूची आदि के बारे में शिकायतें दर्ज कराने में मदद मिलती है और उसके निवारण के बारे में ‘स्टेटस रिपोर्ट’ का पता लगाने में काफी लाभ मिला है। यह विभागीय कामकाज में पारदर्शिता लाने में मददगार साबित हुआ है।

भाजपा ने भी बिहार में इंटरनेट की दुनिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए बिहार प्रदेश इकाई की शुरूआत की है। प्रदेश कार्य समिति की 16 मार्च को हुई बैठक में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय की उपस्थिति में राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने बिहार केंद्रित पार्टी की वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट बीजेपीबिहारप्रदेश डाट काम’ की शुरूआत की। प्रशंसकों ने सत्तारुढ़ जदयू का भी फेसबुक पर अकाउंट खोला है और लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के भी अकाउंट फेसबुक पर हैं। बिहार में राजग सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री शाहिद अली खान भी फेसबुक पर हैं। उनके 118 फालोअर हैं। इसके अलावा समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर हैं।

सोशल मीडिया के अलावा मुख्यमंत्री की आधिकारिक वेबसाइट ‘सीएम डाट बीआईएच डाट एनआईसी डाट’ इन पर लोगों के लिए फीडबैक और संपर्क करने के विकल्प हैं। उपमुख्यमंत्री मोदी की भी आधिकारिक वेबसाइट है। इसके अलावा ‘डीवाईसीएम डाट बीआइएच डाट एनआइसी डाट इन’ पर लोगों के लिए राज्य की प्रमुख राजनीतिक शख्सियतों के बारे में काफी जानकारी उपलब्ध हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 31, 2013, 13:16

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