Last Updated: Saturday, November 17, 2012, 20:04
बेंगलूर : लोकायुक्त पुलिस ने बेंगलूर-मैसूर एक्सप्रेसवे परियोजना में कथित अनियमितताओं की एक शिकायत पर कर्नाटक के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों एच.डी. देवेगौड़ा, एस.एम. कृष्णा और बी.एस. येदियुरप्पा तथा 27 अन्य लोगों के खिलाफ शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की।
लोकायुक्त पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि परियोजना का ठेका लेने वाली नंदी इन्फ्रास्ट्रक्चर कोरीडोर इंटरप्राइजेज (नाईस) के कार्यकारियों और कई शीर्ष अधिकारियों का नाम प्राथमिकी में शामिल है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लोकायुक्त) एच.एन. सत्यनारायण राव ने कहा, ‘चूंकि पिछले महीने लोकायुक्त अदालत द्वारा दिए गए जांच के आदेश काफी विस्तृत थे इसलिए प्राथमिकी दर्ज करने में कुछ वक्त लग गया।’उन्होंने कहा कि आरोपियों पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भादंसं की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बेंगलूर मैसूर इन्फ्रास्ट्रक्चर कारीडोर परियोजना के लिए सहमति पत्र पर 1995 में दस्तखत किए गए थे, तब देवेगौड़ा मुख्यमंत्री थे।
लोकायुक्त की अदालत ने नाईस एवं इसकी सहयोगी कम्पनियों को दिए गए ठेके में कथित भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के सिलसिले में सभी आरोपियों के खिलाफ 25 अक्तूबर को एडीजीपी लोकायुक्त को सीआरपीसी की धारा 156 (तीन) के तहत जांच करने का निर्देश दिया था।
मामला सामाजिक कार्यकर्ता और व्यवसायी टी. जे. अब्राहम ने दायर किया था। कुल 105 आरोपियों में से अन्य 75 को जांच के दायरे से बाहर रखा गया है ।
लोकायुक्त की अदालत ने करीब 500 पन्नों के फैसले में निर्देश दिया था कि आरोपियों के खिलाफ जांच के लिए डीएसपी स्तर के चार अधिकारियों की एक शाखा का गठन किया जाए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 17, 2012, 20:04