Last Updated: Monday, February 20, 2012, 09:35
पूर्वी दिल्ली : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशम् श्री श्याम महोत्सव-2012 बड़े हर्षोल्लास एवं आनंद के साथ 19 फरवरी को मनाया गया। इस पावन मौके पर मधु विहार स्थित प्राचीन श्री हनुमान मंदिर को अति सुंदर ढंग से सजाया गया और सभी भगवान की प्रतिमाओं का श्रृंगार किया गया।
महोत्सव के तहत प्राचीन श्री हनुमान मंदिर से दोपहर दो बजे एक विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। श्री श्याम प्रभु का रथ इस यात्रा का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा जिसे अलौकिक श्रृंगार एवं अनुपम रूप से सजाया गया था। इससे पहले 18 फरवरी को स्थापना दिवस के मौके पर श्री श्याम प्रभु की पावन ज्योत संकीर्तन एवं विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। शोभा यात्रा के दौरान श्याम प्रभु के रथ के पीछे 115 दंपति एक समान परिधान में श्री श्याम प्रभु का छप्पन भोग लेकर चले।
वहीं, रथ के आगे श्री श्याम भक्त नफीरी ताशे तथा बैंड की मधुर धुनों पर श्याम रंग में सराबोर होकर झूमते-गाते हुए चल रहे थे। यह शोभा यात्रा मौर्या अपार्टमेंट, मिलन विहार, आम्रपाली, आईपैक्स भवन, मीना, कामायनी कुंज, राजधानी निकुंज होती हुई नरवना अपार्टमेंट के ग्राउंड, इन्द्रप्रस्थ विस्तार पर जाकर संपन्न हुई। पूरे यात्रा मार्ग को आकर्षक रंगोली एवं ध्वाजाओं से सजाया गया था। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया और सभी लोग श्री श्याम प्रभु के रंग में डूबते चले गए। नरवाना अपार्टमेंट के ग्राउंड में श्री श्याम प्रभु के भव्य दरबार की शोभा काफी अनुपम थी और बाबा की अलौकिक छवि को देखकर उपस्थित सभी श्रद्धालु मुग्ध हो रहे थे।
इस अवसर पर बाबा के शीश के दान एवं श्री श्याम बाबा की उत्पत्ति के दृश्य को नई तकनीक के जरिए दर्शाया गया। प्रभु के दरबार की झांकी खाटू धाम जैसी ही बनाई गई थी। श्री श्याम प्रभु का संकीर्तन बाबा की पावन ज्योत प्रज्जवलित होने के साथ श्री प्रदीप गुप्ता 'पुष्प' जी द्वारा गणेश वंदना के साथ आरंभ हुआ। तत्पश्चात श्री अविनाश भारद्वाज (जूनियर लक्खा) जी ने भजन प्रस्तुत कर श्याम भक्तों को भावविभोर कर दिया।
संकीर्तन के मध्य में लक्की ड्रा द्वारा उपस्थित भक्तों को चांदी की बांसुरी उपहार में दी गई। वहीं, मंडल की महिलाओं और बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए, जिसकी सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इसके उपरांत श्री बिन्नू जी एवं श्री प्रदीप गुप्ता 'पुष्प' जी द्वारा गाए गए श्री श्याम प्रभु के भजनों की एमपी-3 सीडी का विमोचन किया गया तथा प्रभु के भजनों की पुस्तिका "श्री श्यामामृत" के दशम् पुष्प का भी विमोचन किया गया। इसके बाद श्री संजय मित्तल (कोलकाता वाले) ने ' एक आस तुम्हारी है विश्वास तुम्हारा है' एवं 'जीने का सहारा लो, बस नाम तुम्हारा है' आदि भजनों ने बाबा को रिझाया तथा श्याम भक्तों को खूब झुमाया। इस महोत्सव के सफल आयोजन में मुख्य संयोजक श्री हेमन्त कुमार गुप्ता, प्रधान श्री डीपी गुप्ता, महामंत्री श्री प्रवीण तायल एवं समस्त कार्यकारिणी के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया। इसके अलावा विभिन्न समितियों के संयोजकों व सदस्यों ने भी विशेष सहयोग दिया।
First Published: Tuesday, February 21, 2012, 23:06