Last Updated: Tuesday, June 4, 2013, 23:51
नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सलियों के साथ किसी भी तरह की बातचीत के विकल्प को नकारते हुए मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज़ की जाएगी।
सिंह ने कहा, ‘राज्य में हाल ही में हुए नक्सली हमले के बाद वार्ता का कोई विकल्प नहीं बचता। कोई बातचीत नहीं होगी। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज़ की जाएगी।’
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ सरकार आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और मानवरहित विमानों (यूएवी) का पता लगाने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की मदद लेने समेत किसी भी प्रकार की तकनीकी मदद के लिए केंद्र के साथ समन्वय स्थापित करेगी।
आंतरिक सुरक्षा पर कल होने वाले एकदिवसीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां आए सिंह ने कहा, ‘हमें जो भी तकनीकी सहयोग चाहिए, हम वह केंद्र से लेंगे।’ उन्होंने बस्तर में 25 मई को हुए नक्सलियों के हमले को निराशा में उठाया गया कदम करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार नक्सलियों की धमकियों के बावजूद विकास कार्य जारी रखेगी।
रमन ने कहा, ‘नक्सली विकास के खिलाफ हैं। हालिया हमला दर्शाता है कि यह चर्चा में आने के लिए निराशा में उठाया गया कदम था। सरकार इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए समुचित कड़े कदम उठाएगी।’
भाजपा शासित राज्य के मुख्यमंत्री ने नक्सली हमले के मामले में केंद्र या राज्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा ‘खुफिया स्तर पर किसी भी प्रकार की विफलता’ से इनकार किया।
इस हमले में नक्सलियों ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा, राज्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके पुत्र दिनेश समेत 27 लोगों की हत्या कर दी थी।
हमले में घायल हुए पूर्व केंद्रीय वी सी शुक्ल का अभी भी गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा ‘खुफिया सूचनाएं मिलती हैं लेकिन हमले के बारे में कोई विशेष अलर्ट नहीं मिला था।’ सिंह ने राजनीतिक दलों से इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करने और नक्सलवाद के खतरे के खिलाफ जंग में उनका साथ देने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘नक्सलवाद केवल एक राज्य की समस्या नहीं है। यह देश की समस्या है। सभी को इसके खिलाफ एकजुट होना चाहिए।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 4, 2013, 23:51